सूने पड़े खातों में धड़ाधड़ जमा होने लगा था बड़ा एमाउंट

बैंकों की सूचना पर सरकार एलर्ट, तय कर दी खाते की लिमिट

ALLAHABAD: केंद्र सरकार के नोट बंदी के ऐलान के बाद जन धन खातों के दिन बहुर गए हैं। ग्रामीण एरिया की बैंक शाखाओं में खुले इन खातों में तेजी से लाखों रुपए जमा हो रहे हैं। जब इसकी जानकारी मिली तो बैंकों के कान खड़े हो गए। इसकी जानकारी तत्काल केंद्र सरकार को भेजी गई। फिलहाल, इन खातों में पैसा जमा कराने की लिमिट तय कर दी गई है। इसके बाद घालमेल के कम होने के आसार नजर आने लगे हैं।

कालेधन को खपाने की चाल

दो साल पहले केंद्र सरकार ने जीरो बैलेंस पर जन धन खातों को खुलवाने की मुहिम शुरू की थी। इसके बाद जिले के चालीस बैंकों में 25 लाख खाते खोले गए थे। इस योजना में ग्रामीणों के अधिक खाते खुलवाए गए थे। फिलहाल, कुछ खातों में पैसे भी जमा हुए और इसके बाद मुहिम सन्नाटे में आ गई। आठ नवंबर की रात प्रधानमंत्री की नोटबंदी की घोषणा के बाद अचानक इन खातों की किस्मत जाग गई। लाखों रुपए पलक झपकते इन खातों में डिपाजिट होने लगे। इसकी जानकारी बैंकों को मिली तो उन्होंने केंद्र सरकार को इस बारे में सूचना दी।

कैसे हो रहा है खेल

बता दें जन धन के अधिकतम खाते जीरो बैलेंस पर खोले गए थे। इनमें बहुत से खाताधारक बीपीएल कार्ड धारी और मजदूर आदि थे। उनके पास कैश नहीं होने से बाद में इन खातों को लोगों ने पूछना बंद कर दिया। अचानक से ग्रामीण क्षेत्र के पूंजीपतियों को याद आई तो उन्होंने इन खातों का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। लालच देकर खातों में कुछ घंटों में लाखों रुपए जमा करा दिए। हालांकि, इसकी जानकारी पलक झपकते ही बैंकों को हो गई और उन्होंने जमा कराने वालों पर नजर रखनी शुरू कर दी।

कसी नकेल, खेल हुआ खत्म

फिलहाल, केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से इन खातों की लिमिट तय कर दी है। अब इन खातों में अधिकतम 49 हजार रुपए ही जमा कराए जा सकते हैं। इससे अधिक पैसे जमा कराने की परमिशन सरकार नही दे रही है। इस कदम से काले धन वालों को एक बार फिर निराशा हाथ लगी।

जन धन के खातों में अधिक पैसा जमा कराने पर रोक लगा दी गई है। इसकी जानकारी आम जनता तक पहुंचाई जा रही है। जो लोग अधिक कैश लेकर आ रहे हैं उनको मना किया जा रहा है।

नारायण ताताचारी, एजीएम, इलाहाबाद बैंक

Posted By: Inextlive