- एक प्रोजेक्ट पूरा नहीं, तो दूसरे में एक फ्लैट की कर दी कई रजिस्ट्री

आगरा। हाल ही में थाना सिकंदरा में एक नामचीन बिल्डर के खिलाफ लोगों ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने उसके एक निदेशक को पकड़ कर जेल भेज दिया। अब एक दूसरे नामचीन बिल्डर का नाम प्रकाश में आया है। पीडि़तों ने इस बिल्डर के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि बिल्डर ने धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपया हड़प लिया। इस संबंध में थाना सिकंदरा में दो मुकदमे दर्ज हैं।

पीडि़तों ने रखी प्रेस कॉंफ्रेंस

इस मामले में पीडि़तों ने शनिवार कमलानगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि किस तरह से बिल्डर ने उनके साथ धोखा किया है। बिल्डर का कार्यालय संजय प्लेस में है। बिल्डर ने विज्ञापन में अपने प्रोजेक्ट में विभिन्न सुविधाएं दिखा कर लुभावने वादे किए। साथ ही फाइनेंस कराने की भी बात की, जिसके चलते कई लोगों ने लोन भी ले लिया।

दो प्रोजेक्ट पर चल रहा था काम

पीडि़तों के मुताबिक नामचीन बिल्डर के दो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। एक प्रोजेक्ट कामायनी हॉस्पिटल के सामने है, जिसमें 56 फ्लैट हैं। जबकि दूसरा प्रोजेक्ट शमसाबाद रोड पर है। इस प्रोजेक्ट का काम मार्च 2015 में पूरा होना था। लेकिन फरवरी में एडीए ने इस पर सील लगा दी। इस प्रोजेक्ट का निर्माण नक्शे के विपरीत था। लेकिन, लोग पहले ही इसमें लोन लेकर रुपया फंसा चुके हैं।

एक फ्लैट की निकल रही तीन रजिस्ट्रियां

जिस प्रोजेक्ट में फ्लैट तैयार हो चुके हैं, उनमें दूसरी कहानी निकल कर आई। फ्लैट बुक कराने व पेमेंट करने के बाद पता चला कि उस फ्लैट का दोबारा बैनामा करा दिया। जब टोका गया, तो धमकी मिली और रुपया वापस न करने की बात कही। इसके बाद उसी फ्लैट के लिए किसी तीसरे व्यक्ति ने लोन लेकर बिल्डर को रुपया दिया।

कराया था मुकदमा दर्ज

धोखाधड़ी के इस मामले में पीडि़तों ने बिल्डर के खिलाफ थाना हरीपर्वत व सिकंदरा में पूर्व में दो-दो मुकदमे दर्ज कराए थे। सभी का रुपया अभी तक फंसा हुआ है। इसके अलावा बिल्डर के खिलाफ चेक बाउंस आदि के मुकदमे भी लम्बित हैं। पीडि़तों ने इंसाफ के लिए जालसाज बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पीडि़तों ने आईजी कार्यालय में भी मामले की शिकायत की थी।

Posted By: Inextlive