- डीएवी में भिड़े स्टूडेंट ग्रुप्स, जमकर हुई मारपीट

- एनएसयूआई और बाकी स्टूडेंट ग्रुप्स आए आमने सामने

- एनएसयूआई द्वारा काउंटर्स खुलवाने पर भिड़े ग्रुप्स

- स्टूडेंट्स ने गवर्नमेंट व प्राइवेट कॉलेज कराए गए बंद

DEHRADUN : मेरिट के विरोध के छात्र संगठनों के बंद का ऐलान सिटी में लगभग सफल रहा। बंद का असर ऐसा था कि कई कॉलेजेज ने मॉर्निंग में खुद ही ताले लटका दिए। इसके बाद बाकी गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेजेज को स्टूडेंट्स ने बंद करा दिया। इस बीच मेरिट के पक्ष में रही एनएसयूआई ने डीएवी में जबरन एडमिशन काउंटर्स खुलवाए तो दोनों गुट आमने सामने आ गए। इस बीच दोनों गुटों में जमकर लात घूंसे चले। मामला बढ़ता देख पुलिस को लाठियां फटकारकर स्टूडेंट्स को तितर-बितर करना पड़ा।

कर दिया अवकाश घोषित

छात्र संघर्ष समिति ने मंडे को मेरिट व्यवस्था और एजूकेशन के खस्ता हालातों के विरोध में तमाम सरकारी और प्राइवेट संस्थान बंद कराए। विरोध में आए स्टूडेंट्स मंडे मार्निग डीएवी पीजी कॉलेज में इकट्ठा हुए। इसके बाद स्टूडेंट्स की टोलियां डीबीएस पहुंचीं। कॉलेज को बंद कराया गया। इसके बाद सिटी के ब्लू माउंटेन, सिद्धार्थ लॉ कॉलेज, उत्तरांचल कॉलेज ऑफ सांइस एंड टेक्नोलॉजी, जीआरडी, ग्राफिक एरा, डीआईटी, आईएमएस, एमकेपी पीजी आदि कॉलेज को भी बंद करा दिया गया। जबकि स्टूडेंट्स के बंद के एलान के चलते कई कॉलेजेज ने पहले ही अवकाश की घोषित कर दिया था।

बेहतर शिक्षा में सरकार फेल

छात्र संघर्ष समिति के सदस्य और डीएवी के एक्स यूनियन प्रेसीडेंट अंशुल चावला ने अरोप लगाया कि स्टेट गवर्नमेंट भ्0 साल पुरानी राजनीति कर रही है। स्टेट के क् लाख स्टूडेंट्स का फ्यूचर अंधकार में है। अभी तक सरकार ब्00 स्टूडेंट्स के लिए भी प्रॉपर व्यवस्था नहीं कर पाई है। स्टूडेंट्स ने स्टेट के हर कॉलेजेज में व्यवस्था बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर स्टूडेंट्स के लिए व्यवस्था नहीं की गई तो समिति उग्र आंदोलन करेगी। विरोध प्रदर्शन में एबीवीपी से सिद्धार्थ राणा, राकेश नेगी, देवेंद्र बिष्ट, पारस गोयल। आर्यन ग्रुप से जोगेंद्र, सतीश, जग्गी। पट्टू ग्रुप से राहुल नेगी, दिव्यांशु, गोविंद, शुभम। सत्यम ग्रुप से अंकित, जितेंद्र, जयबीर, केदार ग्रुप से भगवती, जितेंद्र कुमार रिंकू, सचिन, राघव। एसएफआई से पंकज बड़वाल, विपिन। विकास ग्रुप से विकास नेगी, शिवांग उनियाल, प्रभाकर भट्ट, आयुष सेमवाल आदि मौजूद रहे।

काउंटर्स खुलवाने पर भिड़े ग्रुप्स

एनएसयूआई पिछले काफी समय से मेरिट के पक्ष में रहने का ऐलान कर चुकी है। इसी के चलते मंडे को भी कॉलेज बंद कराने के विरोध में एनएसयूआई ने काउंटर्स खुलवाए। डीएवी पीजी में चल रहे सेकेंड और थर्ड ईयर के एडमिशन के लिए जबरन काउंटर्स खुलवाए गए। काउंटर्स खोलने की सूचना दूसरे गुटों को मिली तो वह भी कॉलेज पहुंच गए। काउंटर्स खोले जाने के कारण दोनों गुट आमने सामने आ गए। कहासुनी के बाद दोनों गुटो आपस में भिड़ पड़े। इस बीच जमकर लात-घूंसे चले। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विनित भट्ट और एबीवीपी के राजन नेगी के बीच मारपीट शुरू हुई। मामला बढ़ा तो दोनों के समर्थक भी एक दूसरे पर टूट पड़े। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और लाठियां फटकार कर स्टूडेंट्स को तितर-बितर किया।

दिखने लगा इलेक्शन का असर

डीएवी पीजी कॉलेज में अभी तक स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं हुई है। लेकिन इलेक्शन का रंग दिखाना शुरू हो चुका है। मंडे को देर शाम तक कई जगह दो गुटों में संघर्ष होता रहा। शुरूआत कॉलेज कैंपस में छह बजे कॉलेज के आर्यन गुट और सत्यम गुट के समर्थकों के बीच कहासुनी से स्टार्ट हुआ। बाद में मामला मारपीट तक पहुंच गया। हालात इतने बिगड़े कि पुलिस ने बीच बचाव कर स्टूडेंट्स पर काबू पाया। इसके बाद स्टूडेंट्स करनपुर चौक पर भिड़ गए। यहां से छूटे तो बाद में करनपुर बाजार में मारपीट करने लगे। जगह-जगह हुई इस भिड़ंत के बीच आस पास का माहौल भी डिस्टर्ब होता रहा, लेकिन स्टूडेंट्स की इस अराजकता के चलते सभी बेबस और खामोश रहने पर मजबूर रहे।

पुलिस की छांव में फैली अराजकता

मार्निंग से स्टार्ट हुए स्टूडेंट्स के कॉलेज बंद अभियान के चलते सिटी में स्टूडेंट्स ने जमकर हुड़दंग मचाया। दोपहर तक चला यह हुड़दंग पुलिस की छांव में चलता रहा। कॉलेज के अंदर और बाहर फैली अराजकता के बीच पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इतना ही नहीं स्टूडेंट्स के बिना हेलमेट और बाइक पर चले तीन सवारियां हुजूम को पुलिस ने कायदे से पायलेट भी किया।

कहां गई पेट्रोल यूनिट

मेरिट के विरोध में मार्निंग से शुरू हुए स्टूडेंट्स ने अभियान में जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। विरोध के चलते कॉलेजेज बंद कराने की आड़ में नियमों की परवाह किए बगैर यह स्टूडेंट्स बेखौफ दोपहर तक सिटी की सड़कों तांडव करते रहे। खास बात यह कि इस बीच कहीं भी सिटी पेट्रोल यूनिट नजर नहीं आई। पुलिस और पेट्रोल यूनिट दोनों को ही दोपहर तक बेखौफ घूमते इन स्टूडेंट्स के सर पर न तो हेलमेट दिखी और न ही तीन और चार सवारियां।

सीएम के काफिले को भी पछाड़ा

स्टूडेंट्स के इस विरोध के चलते सड़कों पर चले बाइकों के काफिले ने सीएम के काफिले को भी पछाड़ दिया। एक ओर जहां क्क् बजे सीएम हरीश रावत का प्रोग्राम एक होटल में चल रहा था, वहीं होटल के बाहर सड़कों पर स्टूडेंट्स बेखौफ नियमों से खेल रहे थे। दोपहर तक कई जगह सीएम और स्टूडेंट्स के काफिले का आमना-सामना भी हुआ।

Posted By: Inextlive