Chandrayaan 3 Landing : सभी सेंसर और दो इंजन फेल हो जाए तो भी चांद पर उतरेगा लैंडर, फिर क्यों आखिरी 19 मिनट है टाइम ऑफ टेरर
चेन्नई (आईएएनएस)। Chandrayaan 3 Landing On Moon : चंद्रयान-3 को लेकर आज पूरे देश में सस्पेंस और उत्साह बढ़ रहा है क्योंकि भारत बुधवार शाम को चंद्रमा पर अपने लैंडर को सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास करेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिको के मुताबिक लैंडर शाम 5.45 बजे चंद्रमा पर उतरना शुरू करेगा और इसका टच डाउन शाम करीब 6.05 बजे होगा। करीब 600 करोड़ रुपये का चंद्रयान-3 मिशन भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों और अन्य लोगों को 19 मिनट का टेरर, सस्पेंस और एक्साइटमेंट देने के लिए पूरी तरह तैयार है। इन वजहों से लोगों के मन में बढ़ा टेरर व सस्पेंस
ऐसा इसलिए भी है कि क्योंकि विक्रम लैंडर कुछ साल पहले चंद्रयान-2 के चंद्रमा पर लैंडिंग के अंतिम चरण पर क्रैश हो गया था। वहीं हाल ही में चंद्रमा पर रूस के लूना-25 अंतरिक्ष यान के क्रैश होने से भी चंद्रयान-3 के लैंडर को लेकर लोगों में टेरर, सस्पेंस और एक्साइटमेंट बढ़ा है। वहीं सॉफ्ट लैंडिंग एक पेचीदा मुद्दा है क्योंकि इसमें रफ ब्रेकिंग फेज व फाइन ब्रेकिंग फेज और टर्मिनल डिसेंट फेज आदि शामिल होती है। रफ ब्रेकिंग करीब 11 मिनट की होगी और बाकी फाइन ब्रेकिंग होगी।लैंडर इन कंडीशन में भी लैंड करने में होगा सक्षम
हालांकि इस संबंध में इसरो चेयरमैन एस सोमनाथ के मुताबिक, लैंडर के सभी सेंसर और दो इंजन फेल होने पर भी लैंडर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सक्षम होगा। वहीं यह भी सच है कि यदि आज सब कुछ योजना के अनुसार ठीक रहा, तो भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। वहीं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश होगा।