Chandrayaan-3 : चांद पर 14 दिन क्या करेंगे लैंडर और रोवर ? आखिर 14 दिन का ही क्यों है समय, पढ़ें हर सवाल का जवाब
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Chandrayaan-3 : 41 दिन की लंबी यात्रा के बाद "23 अगस्त 2023, दिन बुधवार" इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया जब चंद्रयान-3 ने चांद पर सेफ लैंडिंग की। चंद्रमा पर लैंडर (विक्रम) की सफल लैंडिंग के साथ भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला दुनिया का चाैथा देश बन गया लेकिन इससे भी अधिक गर्व की बात यह है कि भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला दुनिया का पहला है। चंद्रयान-3 की सफलता से बीते करीब चार साल पहले चंद्रयान-2 की असफलता से मिले जख्म भी भर गए हैं। हालांकि अब बड़ी संख्या में आम लोगों के मन में यह सवाल यह है कि आखिर लैंडर और रोवर चांद पर 14 दिनों तक क्या करने वाले हैं। 14 दिन इसलिए कहे जा रहे हैं क्योंकि चांद पर धरती के 14 दिन के बराबर एक ही दिन होता है। इस तरह से लैंडर और रोवर के पास काम खत्म करने के लिए केवल 14 दिनों का समय है। इस दौरान उन्हें चांद पर धूप व एनर्जी मिलेगी इसके बाद वहां अंधेरा हो जाएगा। चांद पर क्या करेगा लैंडर
भारत का विक्रम लैंडर कई इंस्ट्रूमेंट्स से लैस है जो चंद्रमा पर प्लाज्मा, सरफेस पर भूकंप और उसकी गर्मी और चांद की गतिशीलता की स्टडी करेगा। विक्रम लैंडर का नाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रणेता महान वैज्ञानिक डॉक्टर विक्रम ए साराभाई के नाम पर रखा गया है। चार पहियों वाले विक्रम लैंडर का कुल वजन 1749.86 किलोग्राम है। प्रज्ञान रोवर को लैंडर विक्रम के अंदर रखा गया है। चांद पर क्या करेगा प्रज्ञान रोवर लैंडर के चंद्रमा की सतह पर उतरने के करीब 15 से 30 मिनट बाद यह प्रज्ञान रोवर उसके अंदर से बाहर निकलता है। माना जा रहा है प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर कई साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट करेगा। रोवर प्रज्ञान का कुल वजन 26 किलोग्राम है। छह पहियों वाला रोवर चंद्रयान-3 मिशन का कम्युनिकेशन इन चीफ है। रोवर्स चंद्रमा की सतह पर घूमकर जानकारी एकत्र कर सकते हैं। लैंडर विक्रम व प्रज्ञान रोवर में अंतर
लैंडर स्पेस क्राफ्ट भारी होते हैं, पैरों पर खड़े होते हैं और उतरने के बाद स्थिर रहते हैं। इन पर लगे उपकरण अवलोकन कर सकते हैं और डेटा एकत्र कर सकते हैं, लेकिन चांद सतह के संपर्क में नहीं आ सकते। इसी वजह से ही रोवर्स बनाया गया है। रोवर्स चंद्रमा की सतह के चारों ओर घूम सकते हैं और बहुत सारी उपयोगी जानकारी एकत्र कर सकते हैं जो लैंडर के अंदर के उपकरण नहीं कर सकते।