- 100 से अधिक ट्रैकर और टैक्सी गई हैं चारधाम यात्रा पर

- रिस्पना पुल पर गढ़वाल मंडल जाने वाली गाडि़यों की कमी

DEHRADUN: चारधाम यात्रा पीक पर होने के कारण लोगों को सफर के लिए वाहन नहीं मिल पा रहे हैं। अधिकांश वाहन यात्रा पर लगी हैं, ऐसे में पब्लिक का एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। सबसे अधिक परेशानी गढ़वाल मंडल के जिलों को आने-जाने वाले यात्रियों को उठानी पड़ रही है।

सीट के लिए है मारामारी

दून गढ़वाल ट्रैकर, जीप, कमांडर मालिक कल्याण संचालन समिति की इन दिनों चारधाम यात्रा पर क्00 से अधिक गाडि़यां गई हैं। यह समिति रिस्पना पुल से नियमित गढ़वाल के विभिन्न स्थानों के लिए गाडि़यों का संचालन करती है, लेकिन इन दिनों यहां ट्रैकर और टैक्सी की भारी कमी चल रही है। समिति के पदाधिकारियों की मानें तो आमतौर पर रिस्पना पुल पर उनके संचालन स्थल पर क्भ्0 से ख्00 के बीच गाडि़यां रहती हैं, लेकिन इन दिनों ज्यादातर गाडि़यां चारधाम यात्रा पर गई हैं। ऐसे में संचालन करना मुश्किल हो रहा है। जो गाडि़यां मौजूद हैं, वह यात्रियों को उनके गंतव्य तक छोड़कर वापस आ रही हैं, तो फिर वही गाड़ी उस रूट पर अन्य यात्रियों को लेकर जा रही है। इसके चलते ट्रैकरों में सीट के लिए मारामारी चल रही है।

परीक्षार्थियों को हुई परेशानी

सैटरडे को वाहनों की ज्यादा कमी देखने को मिली, बमुश्किल अड्डे में कुछ गाडि़यां दिखाई दी। दरअसल संडे को समूह ग की परीक्षा है। अधिकतर छात्रों ने गढ़वाल के विभिन्न जिलों से आवेदन पत्र भरा है। ऐसे में उन्हें अपने परीक्षा केन्द्र पर एक दिन पहले पहुंचना होता है। जिस वजह से सभी सैटरडे को घर से निकले, लेकिन कई लोगों को रिस्पना पुल पर सुबह गाड़ी नहीं मिल पाई। इसके बाद ज्यादातर छात्रों और नौकरी पेशा लोगों ने उत्तराखंड परिवहन निगम की जेएनएनयूआरएम बसों का सहारा लेकर ऋषिकेश जाना पड़ा। वहां से उन्हें जो भी गाड़ी जहां तक भी मिली। वह उसमें सवार होकर आगे बढ़े।

वर्जन-

हमारी सभी गाडि़यों का संचालन गढ़वाल मंडल के विभिन्न एरिया में होता है। इन दिनों क्00 से अधिक गाडि़यां चारधाम यात्रा में लगी हैं, जिस वजह से संचालन में परेशानी हो रही है। जो गाड़ी यहां से भरकर जा रही हैं, वापस आने पर उसी गाड़ी से शेष सवारियों को भी भेजा जा रहा है।

-सत्यदेव उनियाल, सचिव, दून गढ़वाल ट्रैकर जीप कमांडर मालिक कल्याण संचालन समिति

परिवहन निगम की भी कुछ गाडि़यां यात्रा रूट पर लगी हैं, हालांकि लोकल रूट पर नियमित रूप से गाडि़यां चल रही हैं। सैटरडे को दिन में गाडि़यों में खासी भीड़ देखने को मिली।

-आरपी भारती, उपमहाप्रबंधक, यूटीसी

Posted By: Inextlive