अक्षय तृतिया के मौके पर शुरू हुई चारधाम यात्रा, बारिश-बर्फबारी के बीच इंतजाम पूरे
CM रावत पहुंचे मौके का जायजा लेने
इसको लेकर प्रदेश्ा के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा, CM रावत भी हर तरह से व्यवस्था का जायजा लेने के लिये खुद केदारनाथ और बद्रीनाथ सहित अन्य जगहों का दौरा करने पहुंचे हैं. गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने जानकारी दी है कि मंगलवार दोपहर साढ़े बारह बजे कर्क लग्न में मंदिर के कपाट श्रद्घालुओं के लिये खुल जाएंगे. इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले में स्थित दूसरे प्रमुख धाम यमुनोत्री के कपाट भी मंगलवार सुबह को 11 बजकर 30 मिनट पर खोल दिए जाएंगे.
केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे 24 को
इसके अलावा उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित चारधामों के नाम से प्रसिद्घ दो अन्य धाम, केदारनाथ व बद्रीनाथ के कपाट 24 अप्रैल को सुबह साढ़े आठ बजे और 26 अप्रैल को सुबह पांच बज कर पंद्रह मिनट पर खोल दिए जाएंगे. बताते चलें कि रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम व चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम सहित चारों धाम दस हजार फीट से भी ज्यादा की उंचाई पर स्थित हैं. यही वजह है कि यहां सर्दियों में भारी बर्फबारी व भीषण ठंड होती है. इस वजह से उन्हें हर साल अक्टूबर-नवंबर में श्रद्घालुओं के लिये बंद कर दिया जाता है.
पर्यटन मंत्री देते हैं जानकारी
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने जानकारी दी है कि 2014 में प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या 2.26 करोड़ थी, जबकि 2013 में 2.09 करोड़ पर्यटक आए थे. आपदा से पहले वर्ष 2012 में प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या 2.84 करोड़ थी. सड़क मार्ग से चारों धामों का दौरा करके वापस आये पर्यटन सचिव उमाकांत पंवार की अगुवाई वाले वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल ने इस बात का दावा किया है कि यात्रा से संबंधित 95 फीसदी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. वहीं पिछले साल के मुकाबले इस साल सड़कों की हालत में काफी सुधार है.