दिवाली के बाद चारबाग की हवा सबसे ज्यादा जहरीली
- आईआईटीआर ने जारी की पोस्ट मानसून रिपोर्ट
LUCKNOW : दिवाली के बाद राजधानी की खराब हुई हवा में अभी कोई सुधार नहीं आया है। भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान आईआईटीआर ने बुधवार को पोस्ट मानसून रिपोर्ट जारी की। जिसमें हवा की गुणवत्ता 250 फीसद से ज्यादा खराबी दर्ज की गई। रिपोर्ट में चारबाग की हवा सर्वाधिक जहरीली पाई गई है। दिवाली के बाद यहां पीएम-10 की मात्रा 471.7 व पीएम-2.5 की मात्रा 360.1 पहुंच गई है। दिवाली के बाद की स्थिति हुई खराबसंस्थान ने शहर के नौ क्षेत्रों में तीन चरणों दिवाली से पहले, दिवाली के दौरान व दिवाली के बाद की रिपोर्ट जारी की है। जिसमें दिवाली से पहले व बाद की स्थिति में बहुत अंतर है। दिवाली से पहले अक्टूबर के पहले, दूसरे व तीसरे सप्ताह के आकलन में आवासीय क्षेत्र अलीगंज, विकासनगर, इंदिरानगर व गोमतीनगर में पीएम-10 की मात्रा 142.9 से 165.4 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के बीच मिली। औसत मात्रा 154.0 माइक्रोग्राम रही। जबकि दिवाली के बाद 1 व 4 नवंबर को इसकी मात्रा 386.3 से 496.6 माइक्रोग्राम के बीच पाई गयी। औसत मात्रा 441.3 माइक्रोग्राम रही। यही हाल व्यावसायिक क्षेत्र का रहा। दिवाली से पहले चारबाग, आलमबाग, अमीनाबाद, चौक, में पीएम-10 की मात्रा 138.6 से 197.4 माइक्रोग्राम के बीच औसत 165.4 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर थी। जो दिवाली के बाद 471.7 से 513.2 माइक्रोग्राम औसत 499.8 माइक्रोग्राम पहुंच गई।
आवासीय में गोमतीनगर व अलीगंज प्रदूषित आवासीय क्षेत्र में दिवाली से पहले गोमतीनगर व बाद में अलीगंज में सर्वाधिक प्रदूषण मिला। दीपावली से पहले गोमतीनगर में पीएम-10 की मात्रा 165.4 व पीएम 2.5 की मात्रा 93.6 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रही। अलीगंज में पीएम-10 की मात्रा 142.9 व पीएम-2.5 की मात्रा 75.2 थी। जबकि दिवाली बाद गोमतीनगर में पीएम-10 की मात्रा 416.7 व पीएम-2.5 की मात्रा 227.9 तथा अलीगंज में पीएम-10 की मात्रा 496.6 व पीएम-2.5 की मात्रा 286.5 रिकार्ड हुई। एसओ-2 व एनओ-2 भी बढ़ा आवासीय क्षेत्रों में एसओ-2 की मात्रा में 17.1 फीसद की वृद्धि हुई है। दिवाली के बाद इसकी मात्रा 9.3 से 11.9 माइक्रोग्राम हो गई। व्यावसायिक क्षेत्र में यह 10.9 से बढ़कर 12.5 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर हो गई। एनओ-2 की मात्रा में 147.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आवसीय क्षेत्र में यह 32.1 से बढ़कर 85.6 व व्यावसायिक क्षेत्र में 35.0 से बढ़कर 95.7 माइक्रोग्राम पहुंच गया। बाक्स दिवाली से पहले प्रदूषण की स्थितिक्षेत्र पीएम- 10 पीएम-2.5 एसओ-2 एनओ-2
इंदिरानगर 159.5 77.3 8.7 29.1 विकास नगर 148.1 71.1 9.1 33.1 अलीगंज 142.9 75.2 9.6 41.8 गोमतीनगर 165.4 93.6 9.7 24.6आलमबाग 157.4 70.8 10.4 40.5
चौक 138.6 76.8 10.3 29.5 चारबाग 197.4 109.6 11.5 40.0 अमीनाबाद 168.3 66.5 11.7 30.1 अमौसी औद्योगिक 153.7 80.1 10.7 49.7 नोट - माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर में बाक्स दिवाली बाद प्रदूषण की स्थिति (1 व 4 नवंबर का औसत)क्षेत्र पीएम- 10 पीएम-2.5 एसओ-2 एनओ-2
इंदिरानगर 386.3 184.2 17.7 88.4 विकासनगर 457.9 205.4 11.9 96.7 अलीगंज 496.6 286.5 9.3 48.7 गोमतीनगर 424.5 227.9 9.5 108.5 आलमबाग 471.7 360.1 10.2 82.9 चौक 505.8 372.5 10.7 109.1 चारबाग 513.2 304.3 18.1 73.8 अमीनाबाद 508.5 390.8 10.6 116.9 अमौसी औद्योगिक 425.2 242.0 10.0 109.1 बाक्स 2018 में वायु प्रदूषण की स्थिति क्षेत्र पीएम-10 पीएम-2.5 इंदिरानगर 226.8 107.8 विकासनगर 207.1 105.5 अलीगंज 202.4 102.5 गोमतीनगर 196.5 96.8 आलमबाग 224.8 108.1 चौक 206.4 102.2 चारबाग 219.1 116.8 अमीनाबाद 189.0 91.7 अमौसी औद्योगिक 223.3 107.7 चारबाग में ज्यादा शोर ध्वनि प्रदूषण में भी चारबाग क्षेत्र पहले स्थान पर है। यहां दिन का शोर 77.2 व रात का शोर 68.9 डेसिबल रिकार्ड किया गया है। दूसरे स्थान पर चौक है। आवासीय क्षेत्र में अलीगंज में दिन में सर्वाधिक 69.5 व रात में 62.8 डेसिबल शोर रिकार्ड किया गया। बाक्स कहां कितना ध्वनि प्रदूषण डेसिबल में आवासीय दिन रात अलीगंज 69.5 62.8 विकासनगर 65.9 58.9 इंदिरानगर 67.4 64.8 गोमतीनगर 68.7 60.1 मानकनगर 55.0 45.0 व्यावसायिक दिन रात चारबाग 77.2 68.9 आलमबाग 68.7 62.8 अमीनाबाद 76.3 58.0 चौक 73.7 66.8 मानकनगर 55.0 65.0 औद्योगिक दिन रात अमौसी 71.9 68.8 मानकनगर 75.0 70.0 बाक्स रिपोर्ट में दिए गए सुझाव प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण, अतिक्रमण को हटाना, फुटपाथ का निर्माण, भीड़ वाले इलाकों में वाहन उपयोग कम करने के लिए पार्किंग शुल्क प्रति घंटा के हिसाब से हो, सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाना, राजमागरें पर बस अड्डों का निर्माण, कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध, पार्को व खुले क्षेत्रों में पौधारोपण, सीएनजी स्टेशनों की वृद्धि, हाईब्रिड वाहनों को प्रोत्साहन, सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन, प्रेशर हार्न के नुकसान के प्रति जागरूक करना।