प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में 8 चीतों को रिहा करेंगे। ये चीते एक विशेष विमान द्वारा नामीबिया से भारत लाए गए हैं।

नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने 72 वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में आठ चीतों को रिलीज करेंगे। ये चीते 'प्रोजेक्ट चीता' के तहत अफ्रीका के नामीबिया से लाए गए हैं। इसमें 5 मादा और 3 नर चीते हैं। सरकार द्वारा देश के वन्य जीवन और आवास को पुनर्जीवित करने और विविधता लाने के प्रयासों के रूप में यह कदम उठाया गया है। इन सभी चीतों को एक अंतरमहाद्वीपीय चीता स्थानान्तरण परियोजना के तहत ग्वालियर में एक विशेष मालवाहक विमान में लाया गया था। इसके बाद भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टरों ने चीतों को ग्वालियर वायु सेना स्टेशन से कुनो राष्ट्रीय उद्यान तक पहुंचाया।

#WATCH | Madhya Pradesh: Earlier visuals of the 8 cheetahs from Namibia being brought out of the special chartered cargo flight that landed in Gwalior this morning.
Indian Air Force choppers,carrying the felines, are enroute Kuno National Park where they'll be reintroduced today pic.twitter.com/R2UV36N8E1

— ANI (@ANI) September 17, 2022


पीएम बाड़े नंबर एक में दो चीतों को छोड़ेंगे
1952 में चीता को भारत से विलुप्त घोषित कर दिया गया था। चीतों को इस साल की शुरुआत में हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के तहत लाया गया है। चीता भारत में खुले जंगल और घास के मैदान के पारिस्थितिक तंत्र की बहाली में मदद करेगा और जैव विविधता के संरक्षण और जल सुरक्षा, कार्बन पृथक्करण और मिट्टी की नमी संरक्षण जैसी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बढ़ाने में मदद करेगा। इससे पहले, प्रोजेक्ट चीता प्रमुख एसपी यादव ने कहा कि पीएम मोदी बाड़े नंबर एक में दो चीतों को छोड़ेंगे और उसके बाद करीब 70 मीटर दूर दूसरे बाड़े में पीएम एक और चीते को छोड़ेंगे।
चीता को सबसे तेज जानवर कहा जाता है
चीता को सबसे तेज जानवर कहा जाता है। यह करीब 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ता है। कुनो में जो आवास चुना गया है वह बहुत ही सुंदर और आदर्श है, जहां बड़े-बड़े घास के मैदान, छोटी-छोटी पहाड़ियां और जंगल हैं जो कि चीतों के लिए बहुत उपयुक्त है। कुनो राष्ट्रीय उद्यान में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अवैध शिकार गतिविधियों को रोकने के लिए व्यवस्था की गई है। सभी चीतों में रेडियो कॉलर लगाया गया है जिसके माध्यम से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा प्रत्येक चीता के पीछे एक डेडीकेटेड माॅनिटरिंग टीम होगी जो 24 घंटे निगरानी रखेगी।

Posted By: Shweta Mishra