- बुखार के बाद चिकनगुनिया का दर्द निकाल रहा मरीजों का दम

-डॉक्टर्स की सलाह, पेन किलर से से परहेज करें मरीज

Meerut। एक ओर जहां शहर में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं डेंगू का खौफ और चिकनगुनिया का असहनीय दर्द लोगों का दम निकाल रहा है। शरीर में अजीब तरह का असहनीय दर्द पैदा करने वाला यह बुखार स्वास्थ्य विभाग के लिए भी आफत बन गया है। विभाग के पास बुखार का तो इलाज है, जबकि बुखार के बाद भी पैर पसार रहे बॉडी पेन से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।

प्लेटलेट्स डाउन तो न लें पेन किलर

डॉक्टर्स की मानें तो चिकनगुनिया में कोई भी पेन किलर लेने से पूर्व प्लेटलेट्स चेक कराएं। यदि प्लेटलेट्स डाउन हैं तो पेन किलर से परहेज रहीं रखें, जबकि प्लेटलेट्स नॉरमल आने पर पेन किलर का इस्तेमाल किया जा सकता है। डॉ। एसके गुप्ता ने बताया कि ऐसे में पैरासिटामोल के साथ एसिलोफेन टेबलेट ली जा सकती है।

तो ठहर जाएगा दर्द

चिकनगुनिया लंबे समय तक पीड़ादायक रोग है। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक 5 प्रतिशत लोगों में 10 सालों तक दर्द ठहर जाता है, जबकि 20 प्रतिशत लोगों में यह दर्द 10 सालों तक भी ठहर सकता है। हालांकि चिकनगुनिया से पीडि़त मरीज में जोड़ों का दर्द का होना सामान्य बात है। इम्यूनिटी यदि अच्छी हो तो दर्द को जल्दी भी रिकवर किया जा सकता है।

फिजियोथैरेपी है विकल्प

जिला अस्पताल के सीनियर फिजीशियन डॉ। सुशील कुमार ने बताया कि चिकनगुनिया के मरीजों से दर्द कंप्लीट रूप से नहीं जा पाता। हालांकि कुछ उपायों से इस दर्द को हल्का किया जा सकता है। डॉक्टर ने बताया कि फिजियोथैरेपी आदि के माध्यम से दर्द से कुछ राहत मिल सकती है।

बढ़ाए इम्यूनिटी, घटाए दर्द

डॉक्टर्स के अनुसार इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉंग करके दर्द की पीड़ा को कम किया जा सकता है। जबकि इम्यूनिटी वीक होने पर चिकनगुनिया अधिक प्रभावी हो जाता है। ऐसे में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय, तुलसी व अदरक आदि के सेवन का घरेलू व देशी उपाय किया जा सकता है, जबकि हॉम्योपैथी व अन्य आयुर्वेदिक नुख्सों से भी इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है।

न लें एस्प्रिन --

चिकनगुनिया रोग में रोगी को असहनीय दर्द होता है। जबकि अधिकांश मामलों में बुखार के बाद भी बॉडी में दर्द शेष रह जाता है। ऐसे में इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के उपाय करने चाहिए। एस्प्रिन न लें।

-डॉ। एसके गुप्ता, सीनियर फिजिशियन, जिला अस्पताल

न करें सिकाई

चिकनगुनिया का दर्द बेमियादी समय के लिए भी रह सकता है। इसके लिए कोई गाइड लाइन नहीं है। मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न ले। जोड़ों के दर्द में सिकाई बिल्कुल न करे। चेहरा लाल पड़ने पर घबराए नहीं।

-डॉ। तनुराज सिरोही, सीनियर फिजिशियन

Posted By: Inextlive