चीन ने 7.5 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल करने का लक्ष्य तय किया है और अपने रक्षा बजट में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि करने का एलान किया है.


ये घोषणाएं बुधवार से शुरू हुई चीन की सत्ताधारी पार्टी की पीपल्स कांग्रेस के अवसर पर की गई हैं. इनके अलावा जिन अन्य मुद्दों पर पीपल्स कांग्रेस में चर्चा होगी उमें भ्रष्टाचार से लड़ना और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे शामिल हैं.चीनी प्रधानमंत्री ली कछियांग ने कांग्रेस में आए प्रतिनिधियों को बताया कि सरकार प्रदूषण के ख़िलाफ़ 'युद्ध छेड़ेगी' और 'आतंकवाद के ख़िलाफ़ भी कड़े क़दम' उठाए जाएंगे.ये कांग्रेस ऐसे समय में हो रही है जब शी जिनपिंग को चीन का राष्ट्रपति पद संभाले एक साल पूरा हो गया है.दस दिन तक चलने वाली इस बैठक में तीन हज़ार प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं जिनका संबंध पूरे चीन से है.कांग्रेस के उद्घाटन सत्र में चीनी प्रधानमंत्री ने सरकार के कामकाज की रिपोर्ट पेश की जिसमें इस अर्थव्यवस्था पर ख़ास तौर से ज़ोर दिए जाने की बात कही गई है.कई समस्याएं बाक़ी हैं


उन्होंने कहा कि नई सरकार ने अच्छी शुरुआत की लेकिन उन्होंने ये भी माना कि ऐसी बहुत सी समस्याएं बाक़ी हैं जिन्हें लेकर लोग नाख़ुश हैं.-उन्होंने कहा, "कष्टकारी ढांचागत समझौते करने होंगे."उनके भाषण के अनुसार सरकार मुद्रास्फीति की दर को 3.5 प्रतिशत तक रखने का प्रयास करेगी जबकि घरेलू वृद्धि को बढ़ाया जाएगा और जन-केंद्रित शहरीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा.

इस बीच समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा है कि चीन के रक्षा ख़र्च में अस्पष्टता जापान और पूरी दुनिया के चिंता का कारण है.चीन लगातार अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा रहा है जिसे जापान, दक्षिण कोरिया और प्रशांत एशिया देशों के अलावा भारत जैसे देश भी चुनौती के रूप में देखते हैं.चीन की तरफ़ से रक्षा बजट में 12.2 वृद्धि उसकी सैन्य प्राथमिकताओं की तरफ़ इशारा करती है.

Posted By: Subhesh Sharma