चीन ने हाल ही में ऊंचे पर्वतीय क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए के तिब्बत मिलिट्री कमांड ने मंगलवार को यहां इस बात की जानकारी दी है।


बीजिंग (एएनआई)। चीनी सेना द्वारा इस सैन्य अभ्यास की खबर सोमवार की शाम लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद आई है। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत-चीन सीमा पर तनाव बना हुआ है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, सैन्य अभ्यास में कई प्रकार की लड़ाकू गतिविधियां शामिल थीं। यह सैन्य अभ्यास समुद्रतल से 4,700 मीटर ऊंचे नियानकिंग टैंगुला पर आयोजित किया गया।शहीद सैनिकों के परिवारों से चीन ने जताई संवेदना


भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प को लेकर भारत की ओर से कहा गया कि यह घटना 15 जून की देर शाम लद्दाख की गलवान घाटी में तब हुई जब चीनी सैनिक द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करके भारतीय सीमा में घुस आए थे। इस घटना को टाला जा सकता था यदि चीन की ओर से समझौते का सम्मान किया जाता। प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि भारतीय सेना ने 20 जवानों के शहीद होने की घोषणा की है। चीन ने शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा एलएसी का है सम्मान

चीनी प्रवक्ता ने अपने वक्तव्य में आगे कहा कि 2 जून को उनके फोन काॅल के दौरान अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी पद्दाख में गलवान घाटी में चल रहे भारत-चीन बाॅर्डर विवाद को लेकर आपस में चर्चा की थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-चीन विवाद के दौरान गलवान घाटी में सोमवार को हिंसक झड़प में दोनों देशों की सेनाओं को क्षति पहुंची है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में एलएसी का चीन सम्मान करता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh