-दैनिक जागरण व रेडियो सिटी की एक खास मुहिम 'बिन में फेंक'

- कई इलाके में नहीं होता डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन

-नगर निगम कराता है सफाई, पब्लिक फेंकती है कूड़ा

GORAKHPUR: गोरखपुर नगर निगम सफाई को लेकर कितना सजग है, यह हरीहर प्रसाद दुबे मार्ग पर पसरे कूड़े कचरे से समझा जा सकता है। यह एरिया डंपिंग यार्ड में तब्दील हो चुका है। वैसे तो सफाई के नाम पर राज्य सरकार प्रति वर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, कचरा कलेक्शन के लिए हजारों डस्टबिन लगावाए गए, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन हो रहा है। सड़कों पर हरे और नीले कलर के डस्टबिन लगाए गए है। इसके बावजूद सिटी को कूड़े-कचरे से निजात नहीं मिल पा रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और रेडियो सिटी टीम की पड़ताल में शनिवार को शहर की प्रमुख सड़कों पर कूड़ा कचरा और गंदगी की भरमार दिखी। कई जगह कूड़ा के आसपास आवारा पशुओं का जमावड़ा दिखा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और रेडियो सिटी शहर को स्वच्छ बनाने के लिए एक खास मुहिम 'बिन में फेक' कैंपेन कर रहा है।

हरीहर प्रसाद दुबे मार्ग बेतियाहाता

महानगर का पॉश कॉलोनी हरीहर प्रसाद दुबे मार्ग पर में नगर निगम ने लोहे का डस्टबिन है लेकिन पब्लिक यूज नहीं करती है। इस संबंध में एक बिजनेसमैन ने कहा कि सफाईकर्मी द्वारा कूड़ा न उठाए जाने से डस्टबिन कचरे से भर जाता है। जिससे सड़क पर कूड़ा-कचरा फैल जाता है। वही सिटी का दाउदपुर एरिया में भी कमोबेश यही हाल है।

कोट

एरिया में सफाई कर्मी हफ्तें में एक बार ही आते हैं। अगर नियमित कूड़ा उठाया जाता तो सड़क पर कूड़ा-कचरा नहीं पसरा होता।

वीरेंद्र बहादुर सिंह

कूड़े के लिए हमेशा पार्षद से कंप्लेन करना पड़ता है। नगर निगम को भी पत्र लिखे जाते हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है।

आलोक सिंह

Posted By: Inextlive