सिविल कोर्ट स्टाफ परीक्षा पर भी सॉल्वर्स गैंग का साया
- एसटीएफ ने कानपुर व लखनऊ में छापेमारी कर 12 को दबोचा
- मथुरा पुलिस के इनपुट पर लखनऊ में धरा गया एक सॉल्वर कहां से कितने अरेस्टकानपु़र : 03लखनऊ : 09lucknow@inext.co.inLUCKNOW : सिविल कोर्ट स्टाफ परीक्षा में भी सॉल्वर्स गैंग ने सेंध लगा दी। यह परीक्षा रविवार को प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आयोजित की गई। हालांकि, समय रहते एक्टिव हुई यूपी एसटीएफ की टीमों ने छापेमारी कर 12 आरोपियों को दबोच लिया। इनमें कानपु़र से तीन जबकि, लखनऊ से 8 लोगों की अरेस्टिंग की गई है। लखनऊ पुलिस ने भी एक सॉल्वर को अरेस्ट किया है। बताया गया कि असली अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर से परीक्षा दिलाने के नाम पर गैंग ने मोटी रकम ऐंठी थी। देरशाम तक गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ जारी थी।
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि सूचना थी मिली कि कन्नौज के छिबरामऊ निवासी अमित यादव उर्फ राहुल अपने साथियों के साथ सॉल्वर गैंग संचालित कर रहा है। जिस पर अमित की निगरानी शुरू की गई तो पता चला कि उसने कानपुर के गोविंदनगर स्थित खालसा इंटर कॉलेज में आयोजित सिविल कोर्ट स्टाफ परीक्षा में अभ्यर्थी कुलदीप यादव की जगह अवनीश यादव और गुजैनी स्थित एचपी शिक्षा निकेतन में अभ्यर्थी अवनीश यादव की जगह सॉल्वर आदित्य यादव से परीक्षा दिलवा रहा है। जिस पर एक्टिव हुई एसटीएफ टीमों ने दोनों कॉलेजों में छापा मारकर परीक्षा दे रहे अभिनव यादव व आदित्य यादव को दबोच लिया। वहीं, सरगना अमित उर्फ राहुल यादव को भी टीम ने अरेस्ट कर लिया। हालांकि, दोनों अभ्यर्थी कुलदीप यादव व अवनीश यादव फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है। पूछताछ के दौरान सरगना अमित ने बताया कि वह हर अभ्यर्थी चार लाख रुपये वसूलता था। सॉल्वर को इसके एवज में एक लाख रुपये दिये जाते थे। बताया कि वह सॉफ्टवेयर के जरिए अभ्यर्थी व सॉल्वर की फोटो मैच कराता था। उनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन, एक टैब, एक बिना नंबर की इको स्पोर्ट कार व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
बिहार से आया था गैंग
इसी तरह एसएसपी सिंह को सूचना मिली कि राजधानी लखनऊ में बिहार बेस्ड सॉल्वर गैंग का सरगना दिवाकर सिंह अपने सॉल्वर साथियों अविनाश कुमार, पुष्पक कुमार, मध्यस्थ सुचित के साथ राजधानी आया है और यहां के विभिन्न कॉलेजों में सॉल्वर के जरिए परीक्षा दिलाई जा रही है। जानकारी मिलने पर एसटीएफ की तीन टीमों ने एक साथ अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में छापा मारा। मडि़यांव स्थित बाल निकुंज इंटर कॉलेज में सरगना दिवाकर सिंह, पुष्पक कुमार और मध्यस्थ सुचित कुमार के साथ सॉल्वर अविनाश कुमार व कैंडीडेट विनीत को अरेस्ट किया। वहीं, दूसरी टीम ने राजाजीपुरम स्थित एक्जॉन मॉन्टेसरी गर्ल्स डिग्री कॉलेज में छापेमारी कर सॉल्वर विकास कुमार उर्फ विक्की को अरेस्ट किया। अभ्यर्थी चंद्रकांत टीम के हत्थे नहीं चढ़ सका। उधर, तीसरी टीम ने लालबाग स्थित क्वींस एएस इंटर कॉलेज में सॉल्वर अंकित कुमार और अभ्यर्थी प्रवीण कुमार सिंह को अरेस्ट किया। पूछताछ में सरगना दिवाकर ने बताया कि उसने हर अभ्यर्थी से दो-दो लाख रुपये वसूले थे जबकि, परीक्षा देने के लिये सॉल्वर्स को 50-50 हजार रुपये दिये गए थे।
यूपी एसटीएफ के अलावा लखनऊ पुलिस ने भी अमीनाबाद इंटर कॉलेज में दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे गया बिहार निवासी अमित कुमार को अरेस्ट किया है। वह अभ्यर्थी मथुरा निवासी अमित कुमार सागर की जगह पर परीक्षा दे रहा था। अमित की अरेस्टिंग मथुरा पुलिस के इनपुट के आधार पर की गई है। बताया गया कि अभ्यर्थी अब भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
46 खुलासे, 282 अरेस्टिंग|सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का खुलासा कोई नई बात नहीं, भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर्स व पेपर लीक गैंग का साया किस कदर मंडराता है, इसकी बानगी यूपी एसटीएफ की बीते दो साल की कार्रवाई के आंकड़ों पर नजर डालने से आसानी से हो सकती है। यूपी एसटीएफ ने इस मियाद में 46 गैंगों का खुलासा किया और इन गैंगों से संबंधित 282 जालसाजों को अरेस्ट किया। उल्लेखनीय है कि अरेस्ट किये गए इन आरोपियों में गैंग के सरगना से लेकर कारिंदे, सॉल्वर्स, असली अभ्यर्थी, कक्ष निरीक्षक व स्कूलों के मैनेजर्स भी शामिल हैं।कब-कब लगी सेंधतिथि परीक्षा अरेस्टिंग16 मई 2017 टीईटी-2017 10
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