- टीम ने लोगों से बातचीत कर शहर में सफाई व्यवस्था पर ली प्रतिक्रिया

- 12 से 15 फरवरी तक टीम ने जांचे थे नगर निगम के दस्तावेज

DEHRADUN: स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के तहत केंद्र की टीम ने ट्यूजडे को गुपचुप तरीके से दून में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। टीम ने लोगों से बातचीत कर शहर में सफाई व्यवस्था पर प्रतिक्रिया भी ली। इससे पहले टीम द्वारा नगर निगम के दस्तावेजों की जांच की गई थी।

12 फरवरी से शुरू हुआ था सर्वे

दून की स्वच्छता का सर्वेक्षण 12 फरवरी से शुरू हो गया था। 12 से 15 फरवरी तक केंद्र सरकार की ओर से अधिकृत की गई कार्वी कंपनी की टीम ने नगर निगम के दस्तावेजों की पड़ताल की गई। इस दौरान टीम ने देखा कि निगम ने कूड़ा उठान और निस्तारण समेत शौचालयों की स्थिति व अन्य सुविधाओं के बारे में अपने दस्तावेजों के बारे में क्या उल्लेख किया है। दस्तावेजों की जांच-पड़ताल के साथ ही कावर्ीं कंपनी की टीम ने सैकड़ों दस्तावेजों की छाया प्रतियां कब्जे में भी ली थीं। इसके बाद कार्वी की अन्य टीम मंगलवार को गुपचुप ढंग से शहर में उतरी और देखा कि नगर निगम के दस्तावेजों और धरातल पर कितना अंतर है। बताया जा रहा है कि सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति टीम को काफी खराब नजर आई। सर्वेक्षण में टीम को ऐसे शौचालय भी मिले, जिनका रखरखाव सालों पहले बंद हो चुका है, लेकिन इनका प्रयोग अभी भी किया जा रहा है। इस दौरान जब कार्वी के प्रतिनिधियों ने लोगों से स्वच्छता के बारे में सवाल किए तो अधिकतर ने कूड़ा उठान व सार्वजनिक शौचालयों की दयनीय स्थिति को सामने रख दिया। इसके बाद अब कार्वी के अधिकारी दस्तावेजों के अध्ययन, धरातलीय तस्वीर, नागरिकों की राय व स्वच्छता एप के डाउनलोड के हिसाब से शहर को नंबर देगी। कुल 4000 अंकों की इस परीक्षा में हर सर्वेक्षण के लिए अलग-अलग नंबर दिए जाएंगे।

Posted By: Inextlive