सीएम योगी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर 'हिंदुस्तानी अकादमी प्रयागराज' द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में भाग लिया।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वास्तव में साहित्य समाज का आइना होता है। जैसा साहित्य होगा, समाज उसी के अनुरूप प्रेरणा और प्रकाश प्राप्त करता है। अगर साहित्य मौलिक, उत्कृष्ट और शाश्वत मूल्यों पर आधारित है तो समाज को रचनात्मक गति और दिशा देता है। क्षेत्रीय और लोकभाषाएं हिंदी भाषा की ताकत हैं। इसलिए क्षेत्रीय और लोकभाषाएं को भी विकसित करने का सतत प्रयास होना चाहिए। योगी रविवार को अपने सरकारी आवास पर 'हिंदुस्तानी अकादमी प्रयागराज' द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे।टीम को दी बधाई
योगी ने कहा कि 22 वर्षों बाद हिंदुस्तानी अकादमी ने हिंदी और उसकी लोक भाषाओं से जुड़े साहित्य और उनके साहित्यकारों को सम्मानित करने की प्रक्रिया फिर से शुरू की है, इसके लिए अकादमी के अध्यक्ष और उनकी पूरी टीम को बधाई की पात्र हैं। लोक भाषाओं के साथ-साथ हिंदी से जुड़े हुए उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मानित करने का प्रयास अभिनंदनीय है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 10 साहित्यकारों को पुरस्कृत किया। उन्होंने पांच लाख रुपए की धनराशि का गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान डाॅ. अनुज प्रताप सिंह को प्रदान किया। इस अवसर पर हिंदुस्तानी अकादमी के अध्यक्ष डाॅ. उदय प्रताप सिंह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ. सदानंद प्रसाद गुप्त ने कहा कि साहित्य मनुष्य की चेतना को दर्शाता है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना एवं संस्कृति निदेशक शिशिर, उप्र संस्कृत संस्थानम के अध्यक्ष डाॅ. वाचस्पति मिश्र सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।इन किताबों का किया विमोचननाथपंथ: विविध आयाम, हमारी संस्कृति और हम, समकालीन भोजपुरी साहित्य-समीक्षात्मक अध्ययन, रामविलास शर्मा का प्रेम परिसर, भोजपुरी लोककथा मंजूषा, हिंदुस्तानी अकादमी का इतिहास।सोनभद्र कांड : सीएम योगी ने लिया एक्शन डीएम और एसपी नपे, इन अफसरों पर भी गिरेगी गाजइनको किया सम्मानितगुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान- डाॅ. अनुज प्रताप सिंहगोस्वामी तुलसीदास सम्मान- डाॅ. सभापति मिश्रभारतेन्दु हरिश्चन्द्र सम्मान- डाॅ. रामबोध पांडेयमहावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान- डाॅ. योगेन्द्र प्रताप सिंहमहादेवी वर्मा सम्मान- डाॅ. सरोज सिंहफिराक गोरखपुरी सम्मान- शैलेंद्र मधुरभिखारी ठाकुर भोजपुरी सम्मान- ब्रज मोहन प्रसाद 'अनाड़ी'बनादास अवधी सम्मान- डाॅ. आद्या प्रसाद सिंह 'प्रदीप'कुम्भन दास ब्रज भाषा सम्मान- डाॅ. ओंकार नाथ द्विवेदीहिंदुस्तानी अकादमी युवा लेखन सम्मान- विश्व भूषण मिश्रा

Posted By: Shweta Mishra