Coronavirus : COVID-19 Impact कोरोना वायरस से बिछड़े जोड़े की रूला देने वाली लव स्टोरी
मैड्रिड (रॉयटर्स)। मैड्रिड के एक प्रचारक एंड्रिया चबंत सांचेज, अपनी प्रेमिका को देखने के लिए आम तौर पर महीने में एक बार पेरिस जाते हैं। जनवरी में उन्होंने जुलाई तक अपनी उड़ानें बुक कीं लेकिन कोरोना वायरस के चलते यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से अभी तक दोनों एक दूसरे से मिल नहीं पाए हैं। सांचेज ने 24 मार्च को स्पेन में आपातकाल की स्थिति घोषित होने के बाद अपनी 24 वर्षीय प्रेमिका एम्मा बेसनकॉन को नहीं देखा है। अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं ईमानदारी से नहीं जानता कि मैं उसको अब कब देख पाऊंगा और फिर से प्यार कर पाऊंगा। हमने महीने में एक बार जरूर एक दूसरे को डेट किया है। अब देखते हैं आगे क्या होता है।'
बिछड़ने का दर्दखैर, दुनिया भर में ऐसे कई और जोड़े हैं, जो इस वायरस के चलते एक दूसरे से बिछड़े हैं। मलागा की एक 22 वर्षीय छात्रा लोला गोमेज भी इन दिनों बिछड़ने का दर्द महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'इस वक्त मिलने की कोई तारीख सामने दिख नहीं रही है। हम दोनों को मिले हुए सिर्फ 11 दिन हुए हैं लेकिन ऐसा लगता है कि मैंने उसे एक महीने तक नहीं देखा है। हम पहले भी कई बार अलग हो चुके हैं, लेकिन यह क्रिसमस या गर्मियों के समय की तरह नहीं है, जब यह लंबा होता है लेकिन आप तब अन्य काम कर रहे होते हैं। इस बार लंबे समय तक हम दोनों एक दूसरे से मिल नहीं पाएंगे।' बता दें कि लोला और उनकी दोस्त मेड्रिड में एक साथ रूम शेयर करती हैं लेकिन देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद वह अपने परिवार के साथ रहने के लिए चली गईं। अब ये कोई नहीं जानता है कि अगली बार दोनों एक दूसरे से कब मिलेंगी।
डेट करके एक दूसरे से मिलने की करते हैं कोशिशइसके अलावा, म्यांमार में मानवतावादी नीति सलाहकार के रूप में काम करने वाले 26 वर्षीय एटीन बर्जेस अगले महीने अपनी प्रेमिका एम्बर मेडलैंड से मिलने वाले थे लेकिन उन्हें भी इस बात की उम्मीद नहीं है वह अब कब उससे मिल पाएंगे। 16 मार्च को, म्यांमार ने कोरोना वायरस-संक्रमित देशों से आने वाले सभी व्यक्ति के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया - जिसका अर्थ है कि लंदन में रहने वाले 29 वर्षीय लेखक मेडलैंड को अपनी पूरी छुट्टी मेडिकल आइसोलेशन में ही बितानी पड़ेगी। बर्जेस ने कहा, 'हम आमतौर पर डेट करके एक दूसरे से मिलने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन महामारी ने हमें ऐसा करने से रोक दिया है।'