देश कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 14378 है। इनमें से 4291 मामले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से जुड़े हुए हैं। कोविड-19से सबसे ज्यादा 42.2 प्रतिशत मृत्यु 75 और उससे ज्यादा आयु के लोगों की हुई है।

नई दिल्ली (पीटीआई/आईएएनएस) देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 14,378 है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इनमें से 4,291 मामले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से जुड़े हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मरकज से जुड़े ज्यादातर मामलों की वजह से राज्यों में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। तमिलनाडु में (84 प्रतिशत), तेलंगाना में (79 प्रतिशत), दिल्ली में (63 प्रतिशत), उत्तर प्रदेश में (59 प्रतिशत) और आंध्र प्रदेश में (61 प्रतिशत) मामले मरकज से ही जुड़े हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश के 1,992 कोविड-19 संक्रमित मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। ठीक होने वाले लोगों की संख्या कुल संक्रमित लोगों का 13.85 प्रतिशत है।

75 साल से ज्यादा उम्र वालाें की सबसे ज्यादा मौतें

मंत्रालय के संयुक्त सचिव लब अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान991 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही अब देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 14,378 हो गई है। उन्होंने बताया कि देश में कोविड-19 संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर करीब 3.3 प्रतिशत है। इनमें 14.4 प्रतिशत मृत्यु 0-45 साल के आयु वर्ग की है। 45-60 आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत 10.3 है। 33.1 प्रतिशत मरने वालाें का आयु वर्ग 60-75 साल है। सबसे ज्यादा 42.2 प्रतिशत मृत्यु 75 और उससे ज्यादा आयु के लोगों की हुई है। कोविड-19 के अलावा 83 प्रतिशत लोगों की मौत की वजह अन्य बीमारियां भी रही हैं।

रैपिड एंटीबाॅडी टेस्ट के बाद भी कराना होता है आरटी-पीसीआर टेस्ट

इन आंकड़ों के विश्लेषण से कहा जा सकता है कि जिन लोगों को दूसरी अन्य बीमारियां हैं वे हाई रिस्क पर हैं। संयुक्त सचिव ने कहा कि रैपिड एंटीबाॅडी टेस्ट किट का प्रयोग हाॅटस्पाॅट इलाकों में किया जाएगा। उन राज्यों को किट मुहैया करा दी गई है। इस टेस्ट का प्रयोग जहां कोविड-19 के मामले आ रहे हैं वहां कोरोना वायरस से संक्रमण की निगरानी और महामारी के अध्ययन के लिए किया जाएगा। आरटी-पीसीआर टेस्ट यह फ्रंट लाइन टेस्ट का खरा मानक है। यह परीक्षण एंटीबाॅडी टेस्ट का विकल्प नहीं हो सकता है। रैपिड एंटीबाॅडी टेस्ट प्राथमिक तौर पर किसी इलाके में संक्रमण का आंकलन करने के लिए किया जाता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh