वेस्ट मटीरियल और पथ्थरों से चंडीगड़ में खूबसूरत रॉक गार्डन का निर्माण करके अपनी पहचान बनाने वाले पदम श्री विजेता नेक चंद का कल देर रात स्‍वर्गवास हो गया।

चंडीगढ़ के विश्व प्रसिद्ध रॉक गार्डन के निर्माता नेक चंद का गुरुवार को देर रात निधन हो गया। सिटी ब्यूटीफुल को रॉक गार्डन के जरिए विश्व में पहचान देने वाले नेक चंद के चले जाने से चंडीगढ़ व चंडीगढ़वालों को गहरा धक्का लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेक चंद के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वे कलात्मक प्रतिभा और शानदार रचनात्मकता के धनी थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

Nek Chand ji will always be remembered for his artistic genius & fabulous creation that is cherished by many. May his soul rest in peace.

— Narendra Modi (@narendramodi) June 12, 2015


रॉक गार्डन के इस निर्माता ने अभी-अभी अपना 90वां जन्म दिन मनाया था। वे कैंसर से पीडि़त थे। अपने 90वें जन्मदिन पर उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता था कि वे हमें छोड़ कर चले जाएंगे। चंडीगढ़ को रि डिजाइन करने का श्रेय भी नेक चंद को जाता है। 1947 के बाद नेक चंद चंडीगढ़ पहुंचे थे। नेक चंद जन्म 15 दिसंबर 1924 बरियाला कलां जो कि अब पाकिस्तान में है हुआ था। नेक चंद 1948 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
नेक चंद ने रोड इंस्पेक्टर के तौर पर पब्लिक वर्कस डिपार्टमेंट में भी अपनी सेवाएं दी है। उनके जाने से सिटी ब्यूटीफुल को बहुत बड़ा धक्का लगा है। उनके निधन के बाद पूरे चंडीगढ़ में शोक की लहर दौड़ गई। नेक चंद ने रॉक गार्डन के निर्माण के लिए 1958 में टूटा फूटा सामान इकट्टा करना शुरू किया था। जिससे रॉक गार्डन अस्तित्व में आना शुरू हुआ। इससे न सिर्फ चंडीगढ़ का पर्यटन बढ़ा बल्कि विश्व में नाम हो गया। रॉक गार्डन के निर्माण के लिए नेक चंद ने रात को काम किया करते थे। उन्होंने चंडीगढ़ एक अनमोल धरोहर दी।
अमेरिका के टोनी रॉजर ने यूएसए में नेक चंद फाउंडेशन बनाया था वे अब नहीं हैं मगर अमेरिका में इस फाउंडेशन के 200 मेंबर हैं। नेक चंद चड़ीगढ़ एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के लिए भी कृतियां बना चुके थे। मुम्बई एयरपोर्ट पर भी उनकी कला ने हाल ही में शोहरत हासिल की है।

 

Hindi News from India News Desk

Posted By: Molly Seth