एक हमलावर को पकड़कर वकीलों ने पीटा, वकीलों ने लगाया जाम

PRAYAGRAJ: डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में शुक्रवार दोपहर अधिवक्ता अरुण शुक्ल पर कुछ युवकों ने हमला बोल दिया। उन्हें जमकर पीटा। साथी को पिटता देखकर अधिवक्ता दौड़ पड़े। एक हमलावर को पकड़ कर वकीलों ने जमकर पीटा। उसके साथी भाग निकले। घटना से खफा वकीलों ने हंगामा करते हुए एसएसपी ऑफिस के पास स्थित चौराहे पर जाम लगा दिया।

तीन नामजद व कुछ अज्ञात पर केस

नारीबारी निवासी अरुण शुक्ल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। वे एडीए कालोनी नैनी में परिवार के साथ रहते हैं। शुक्रवार को वह कोर्ट में थे। दोपहर करीब 12 बजे एडीजे सेकंड की कोर्ट से बाहर निकलते ही उन पर पांच से छह की संख्या में युवकों ने हमला बोल दिया। पिटाई के चलते उन्हें चोटें आई और वह गिर पड़े। यह देख कैंपस में मौजूद अधिवक्ताओं ने हमलावरों का पीछा करके एक को पकड़ लिया। पिटाई से वह भी अधमरा हो गया। इसके बाद वकीलों के जाम की सूचना मिलने एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव, एसपी यमुनापार दीपेन्द्रनाथ चौधरी, सीओ कर्नलगंज रत्‍‌नेश सिंह व सीओ अमित आनन्द फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और वकीलों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

फायरिंग व छिनैती का आरोप

शाम को अधिवक्ता अरुण शुक्ल की तरफ से कर्नलगंज थाने में तहरीर दी गई। उन्होंने तीन लोगों सुरेश कुमार, नागेश कुमार, मैनेजर को नामजद करते हुए कुछ अज्ञात पर हमला, फायरिंग और चेन आदि लूट लेने के साथ बेटी को गायब कर देने के अंदाज में जान से मार देने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज छानबीन में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक उनकी बेटी को भगाने वाला करछना के लोहदी गांव का है। साल भर पहले वह अरुण का जूनियर था।

नामजद नहीं है पकड़ा गया हमलावर

अधिवक्ता अरुण शुक्ल की ओर से दी गई तहरीर में पुलिस को बताया गया है कि पकड़े गए हमलावर ने तीन लाख रुपए में उन्हें मारने का ठेका लिया है। तहरीर में उन्होंने इसे नामजद नहीं किया है। पूछताछ में उसने पुलिस को अपना नाम रितिक कुशवाहा बताया है। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि उसे नागेश और मैनेजर कचहरी चलने की बात कहकर लाए थे। उसे इस तरह की कोई घटना की जानकारी पूर्व में नहीं थी।

अधिवक्ता अरुण के साथ मारपीट हुई है। तीन को नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी है। अब तक की जांच में विवाद की वजह साल भर पहले उनकी बेटी को भगाने की बात सामने आई है। पकड़े गए हमलावर को उन्होंने नामजद नहीं किया है।

अरुण कुमार त्यागी,

इंस्पेक्टर कर्नलगंज

साल भर पूर्व अरुण का जूनियर रहा अधिवक्ता नागेंद्र उनकी बेटी को भगा कर शादी कर लिया था। वह करछना के लोहदी गांव का है। हाईकोर्ट से वह डायरेक्शन ले रखा है कि दोनों बालिग हैं उन्हें परेशान न किया जाय। अधिवक्ता अरुण चाहते हैं कि पुलिस आरोपित नागेश पांडेय को गिरफ्तार करे। हाईकोर्ट के डायरेक्शन के अनुपालन में उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा। मेरे पर प्रति उनकी नाराजगी व आरोप की यही वजह है।

दीपेंद्र कुमार सिंह, इंस्पेक्टर करछना

Posted By: Inextlive