-केले की खेती से मिली सब्सिडी ने जिले में बढ़ाया दायरा

-एक साल में बढ़ी 10 हजार हेक्टेयर केले की खेती

GORAKHPUR: उद्यान विभाग की रणनीति आखिर जिले के किसानों के लिए वरदान साबित होने लगी है। आज से पांच साल पहले जिले में केवल कैंपियरगंज में केले की खेती हो रही थी। लेकिन उद्यान विभाग की योजनाओं और अधिकारियों के किसानों से सीधे संपर्क के चलते जिले के चार प्रमुख एरिया में केले की खेती होने लगी है। यही नहीं पिछले पांच साल में जिले में केले का उत्पादन और खेती का भी दायरा बढ़ गया है। किसानों के लिए केला अब नगदी फसल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

गन्ना का बन रहा विकल्प

केला किसानों के लिए जिले में गन्ना का विकल्प बनता नजर आ रहा है। पिछले पांच साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो केले की खेती में छह फीसदी का इजाफा हुआ है। एक विशेष एरिया से निकल कर अब पूरे जिले के लिए यह नगदी फसल बनता जा रहा है। राजकीय उद्यान अधीक्षक डीके मिश्रा का कहना है कि पहले केला केवल कैंपियरगंज एरिया में सीमित मात्रा में पैदा किया जाता रहा है, लेकिन किसानों को मिल रहे लाभ की देन है कि अब यह कैंपियरगंज, जंगल कौडि़या, भटहट, सरदार नगर और चौरीचौरा एरिया में इसकी खेती हो रही है। इस एरिया में कभी सबसे अधिक गन्ने की खेती होती थी।

40 प्रतिशत सरकार कर रही मदद

डीके मिश्रा का कहना है कि एक हेक्टेयर केले की खेती करने में किसान को लगभग एक लाख रुपए की पूंजी की आवश्यकता पड़ती है। इसमें दो किश्तों में 40 हजार रुपए उद्यान विभाग द्वारा किसान को आर्थिक मदद दी जाती है। पहले साल 30 हजार रुपए उद्यान विभाग की ओर से किसानों को टिशु कल्चर पौधे के लिए दिया जाता है। एक हेक्टेयर खेत में लगभग 30 हजार पौधे लगाए जाते हैं, जिसमें उद्यान विभाग की ओर से 21 से 22 हजार पौधे दिए जाते हैं शेष पौधे किसान को लाना पड़ता है। दूसरी किश्त 10 हजार रुपए दूसरे साल उर्वरक और जैव उर्वरक के लिए दिया जाता है।

साल एरिया (हेक्टेयर) उत्पादन (कुंतल में लगभग)

2011 700 6.30 लाख

2012 800 7.20 लाख

2013 1000 9 लाख

2014 1500 13.50 लाख

2015 2200 19.80 लाख

2016 3000 27 लाख

वर्जन

जिले में केले की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों को योजनाओं के तहत आर्थिक मदद के साथ ही साथ खेती बढ़ाने के लिए समय-समय पर कृषि वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

-डीके मिश्रा, अधीक्षक राजकीय उद्यान

Posted By: Inextlive