In today’s fast life preservatives have become part and parcel of our lifestyle. But now it’s time to have a check on how they are affecting our body...

फास्ट फूड, जल्दी बन जाने वाले फूड स्टफ, रेडीमेड पैक्ड फूड जैसी चीजों पर हमारी डिपेंडेंसी बढ़ती जा रही है और इसी वजह से प्रिजर्वेटिव्स का लेवल भी हमारी बॉडी में बढ़ता जा रहा है. क्या आपने कभी गौर कि या है कि ये आपकी बॉडी के लिए कितने हार्मफुल हो सकते हैं?जानिए क्या कहते हैं एक्सपट्र्स...
कितना प्रिजर्वेटिव हेल्थ के हिसाब से एक्सेटेबल है?
ये पूरी तरह इस बात पर डिपेंड करता है कि आपकी डाइट में कौन-सा प्रिजर्वेटिव है. डायटिशियन अक्षिता अग्रवाल कहती हैं, ‘अलग-अलग सॉल्ट्स की प्रेजेंस की वजह से हर प्रिजर्वेटिव की हमारी बॉडी में परमिसिबिलिटी (डिसॉल्व होने का एक्स्टेंट) अलग-अलग होती है. जिस प्रिजर्वेटिव की परमिसिबिलिटी ज्यादा होती है वो ज्यादा हार्मफुल होता है और जिसकी कम होती है वो कम हार्मफुल होता है. प्रिजर्वेटिव में सिंथेटिक कंपाउंड्स होते हैं, जो हमारी बॉडी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके अलावा साल्ट हमारे ब्लडप्रेशर भी बढ़ा सकते हैं.’
कम करें प्रिजर्वेटिव कंटेंट का इंटेक
अगर आप एक दिन में दो-तीन या इससे भी ज्यादा बार फास्ट फू ड, नूडल्स, जूस या ऐसा कोई भी प्रिजर्वेटिव वाला फूड स्टफ लेते हैं तो ये डेफिनेटली आपके लिए हार्मफुल हो सकता है.ऐसे फूडस्टफ यूज करने चाहिए जिसमें प्रिजर्वेटिव्स कम यूज हुए हों.

जरूरी है हेल्दी रिप्लेसमेंट
डायटिशियन अक्षिता अग्रवाल हेल्दी रिप्लसेमेंट के लिए रोस्टेड फूड खाने की सलाह देती हैं. उनके मुताबिक, ‘आप चाहें तो रोस्टेड स्नैक्स घर पर बना कर रख सकते हैं. ये जल्दी खराब नहीं होते.  आप चाय के साथ रोस्टेड चना, मुरमुरा ले सकते हैं या घर पर भी नमकीन बना सकते हैं. टोमैटो सॉस को आप  टमाटर की चटनी से रिप्लेस कर सकते हैं.’
शॉपिंग के वक्त रखें ध्यान

शॉपिंग के वक्त पैक्ड फूड पर इंगे्रडिएंट्स लिस्ट जरूर पढ़ें. लिस्ट में प्रिजर्वेटिव्स का जिक्र इन स्टेटमेंट्स ‘Ascorbic acid toimprove colour retention’ or ‘Sulfur dioxide to prevent rotting’ के तौर पर मिल जाएगा.हो सकता है किप्रिजर्वेटिव्स के तौर पर यूज होने वाले केमिकल्स को आप रिकगनाइज ना कर पाएं. ये कुछ कॉमन प्रिजर्वेटिव्स के नाम हैं, इन्हें ध्यान में रखें और अवॉइड करें... U Citric acid, Sulfur dioxide, Ascorbic acid, Propionic acid, Nitrates and Nitrites, Sodium bisulfite, Sulfites.अगर इंग्रेडिएंट्स लिस्ट पढऩे का टाइम आपके पास नहीं है तो बेहतर होगा कि प्रोसेस्ड फूड्स की जगह होल ग्रेन या फिर फ्रेश फ्रूट्स ही खाएं.एक स्टडी के मुताबिक सोडियम कॉमन फूड प्रिजर्वेटिव्स सोडियम बेंजोएट जिसका यूज ज्यादातर सॉफ्ट ड्रिंक्स, फ्रूट जूस और सैलेड ड्रेसिंग के साथ दूसरे फूड में किया जाता है, प्रिजर्वेटिव्स बच्चों को हाइपरएक्टिव बना सकता है.टेम्पटिंग केक  में भी प्रिजर्वेटिव का यूज किया जाता है, इसे एक लिमिट में ही लें.


Ill-effects of preservatives

प्रिजर्वेटिव्स, यानि ऐसे केमिकल्स जो कि डिब्बा बंद फूड आइटम्स को लम्बे समय तक सेफ रखने के लिए यूज होते हैं, हेल्थ के लिए हर तरह से हानिकारक होते हैं. हम जूस का ही एग्जाम्पल ले सकते हैं. अगर घर पर जूस बनाते हैं तो 3 से 4 दिन में खराब हो जाता है. पर प्रॉपर प्रिजर्व करने पर उसे एक महीने तक यूज किया जाता है. इसके लिए बेंजोइक एसिड का यूज होता है, जोकि एलर्जिक रिएक्शन का कारक है.अगर बाजार से हेल्दी फूड भी ले रहे हैं तो कोशिश करें कि अच्छे और ब्रांडेड ही लें. ठेलों में मिल रहे फल भी सल्फर डाई ऑक्साइड से युक्त हो सकते हैं जिसकी वजह से आपके शरीर में मौजूद विटामिन बी डेस्ट्रॉय कर देते हैंखाने के साथ प्रिजर्व किए आइटम्स, जैसे सॉस या चिप्स को अवाइड करें. बाहर प्रिजर्व किए गए सॉस से अच्छा है कि घर पर बना हुआ सॉस यूज करें.बाहर से ब्रेड मंगाने के बजाय घर पर ही बेक कर लें तो बेहतर है. बाजार में मिलने वाले ब्रेड में ब्रोमीन के कंपाउंड्स होते हैं जो हार्मोंस को डिसबैलेंस कर सकते हैं. साथ ही ये मेटाबोलिज्म को भी डिस्टर्ब कर देते हैं. Posted By: Surabhi Yadav