उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को देहरादून में कई देशों में तैनात भारत के राजदूतों से मुलाकात की। इस दाैरान राज्य के 'वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट' को विभिन्न देशों में बढ़ावा देने के लिए राजदूतों से चर्चा हुई।

देहरादून (एएनआई)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को विभिन्न देशों में तैनात भारत के सात राजदूतों से सीएम आवास पर मुलाकात की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री और राजदूतों के बीच विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, राज्य के 'वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट' यानी कि 'एक जिले दो उत्पाद' को विभिन्न देशों में बढ़ावा देने के लिए राजदूतों का सहयोग लिया जाएगा। विभिन्न देशों में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए और प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, उत्तराखंड में पर्यटन, उद्योग और बागवानी के क्षेत्र में कई संभावनाएं हैं। राज्य सरकार उन्हें बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

Uttarakhand CM PS Dhami meets Indian ambassadors & high commissioners to 7 different countries in Dehradun
We discussed possible coordination in the areas of agriculture, tourism, healthcare & energy between Uttarakhand & the countries to which they are deputed, CM says. pic.twitter.com/ZyZQkySkA1

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 17, 2022


डाॅक्यूमेंटेशन करने के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी राजदूतों से कहा कि वे उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों को उन देशों की बेस्ट प्रैक्टिस के बारे में इंफार्म करें जिनमें वे काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सरकारी अधिकारियों को आज और कल विभिन्न विषयों पर राजदूतों के साथ बैठकों में मिले सुझावों का पूरा डाॅक्यूमेंटेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने उत्तराखंड को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक बनाने के लिए इन सुझावों को लागू कर कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

हर संभव मदद की जाएगी
सीएम धामी ने कहा, 'राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है और अगर विभिन्न देशों के लोग राज्य में विभिन्न उत्पादों, पर्यटन, स्थानीय संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत से संबंधित जानकारी के लिए उत्तराखंड आना चाहते हैं, तो इसके बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए। देवभूमि उत्तराखंड में सभी का स्वागत किया जाएगा और हर संभव मदद की जाएगी। इस अवसर पर भारतीय राजदूतों ने सुझाव दिया कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्र के उत्पादों और भोजन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

योग को बढ़ावा दे सकत हैं
राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके निर्माण, ब्रांडिंग और पैकेजिंग की भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में सुझाव दिया गया कि योग और वेलनेस टूरिज्म के रूप में राज्य को वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ावा दिया जा सकता है। उत्तराखंड योग की भूमि रही है। यहां से ट्रेनिंग लेकर अलग-अलग देशों में लोग योग की ट्रेनिंग ले रहे हैं। कार्यक्रम में मौजूद राजदूतों ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक लोग योग का प्रशिक्षण ले सकते हैं, राज्य में इसकी अच्छी व्यवस्था की जा सकती है।
इन सात देशों के राजदूत
सात राजदूतों में तन्मय लाल स्वीडन में भारत के राजदूत, विराज सिंह ताजिकिस्तान में भारत के राजदूत, उपेंद्र सिंह रावत पनामा में भारत के राजदूत, आलोक अमिताभ ब्रुनेई में भारत के राजदूत, नमग्या खम्पा केन्या में भारत के राजदूत, नम्रता एस कुमार स्लोवेनिया में भारत की राजदूत और गौरव अहलूवालिया अल्जीरिया में भारत के राजदूत उपस्थित रहे। इसके अलावा इस अवसर पर सचिव पंकज कुमार पाण्डेय एवं अपर सचिव नितिन भदौरिया भी उपस्थित थे।

Posted By: Shweta Mishra