दिल्ली के जामिया नगर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दाैरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष मामले में दस लोगों को गिरफ्तार हुए हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इसमें कोई स्टूडेंट नहीं है।


नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली पुलिस ने रविवार को जामिया नगर इलाके में हुई हिंसा के मामले में 10 लोगों को क्रिमिनल बैकग्राउंड के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक किसी भी छात्र को गिरफ्तार नहीं किया गया है। दिल्ली पुलिस ने विरोध के दौरान हुई हिंसा के संबंध में संपत्ति की क्षति और दंगों से संबंधित दो प्राथमिकी दर्ज की हैं। छात्रों के समर्थन में देश भर के कई शिक्षण संस्थान सामने आए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा से निपटने के लिए पुलिस कर्मियों द्वारा लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। जामिया नगर इलाके में घटना के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के समर्थन में देश भर के कई शिक्षण संस्थान सामने आए हैं।200 से अधिक लोग घायलों में से कई विश्वविद्यालय के छात्र थे
जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर के अनुसार, इस घटना में 200 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कई विश्वविद्यालय के छात्र थे। नजमा अख्तर ने यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन कैंपस में जबरन घुसने और कथित रूप से संपत्ति को नष्ट करने के लिए दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगी।

Posted By: Shweta Mishra