अगर हम महाकुंभ मेला और फीफा वर्ल्‍ड कप को एक साथ देखें तो पहली नजर में इसमें कोई समानता नहीं देखने को मिलेगी। एक है दुनिया में सबसे ज्‍यादा पॉपुलर स्‍पोर्ट्स इवेंट तो दूसरा दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला। लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि इन दोनों में कौन बेहतर ऑर्गेनाइज्‍ड इवेंट था तो शायद आप सोच में पड़ जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर.....

वर्ल्ड कप नहीं कुंभ था बेहतर
दुनिया के दो सबसे बड़े इवेंट को कंपेयर करने पर जो रिजल्द मिलता है, वह वाकई चौंकाने वाला है। जी हां हारवर्ड यूनिवर्सिटी में छपी एक पुस्तक के मुताबिक, कुंभ मेला फीफा वर्ल्ड कप से ज्यादा बेहतर तरीके से ऑर्गेनाइज्ड किया गया था। दरअसल यूनिवर्सिटी के स्कॉलर्स और कुछ स्टूडेंट्स ने मिलकर गहन अध्ययन करने के बाद एक पुस्तक लिखी, जिसमें कहा गया कि 2013 में हुआ कुंभ मेला ब्राजील में हुए फीफा वर्ल्ड कप से कई गुना बेहतर था।
कुंभमेला का सफल आयोजन
Kumbh Mela: Mapping the Ephemeral Megacity टाइटल वाली किताब पूरी तरह से कुंभ मेला पर बेस्ड है। सोमवार को दिल्ली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस किताब को लॉन्च किया था। इसमें कहा गया है कि, 'जिसे देश में लेथॉर्जिक ब्यूरोक्रेसी हो, ऐसे देश में महाकुंभ का सफल आयोजन करना तारीफ के काबिल है। जबकि इससे पहले जब 2010 में भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन किया गया था तो कई सारे घोटाले उजागर हुए थे। ऐसी स्िथति में जब 2013 में महाकुंभ के आयोजन की बारी आई तो यहां व्यवस्था बिल्कुल चाक-चौबंद रही।'
सबसे ज्यादा भीड़
गौरतलब है कि हारवर्ड यूनिवर्सिटी ने महाकुंभ में भक्तों की भीड़ को देखकर भी इसे सराहा है। मेले में जिस तरह से लोगों की भारी भीड़ थी, ऐसे में प्रशासन और मैनेजमेंट दोनों के लिए काम आसान नहीं था। जरा सी गलती में लाखों लोगों की जान जा सकती थी लेकिन जिस तरह से सारी व्यवस्थाएं रखी गईं थी, उसे देखकर इसे फीफा वर्ल्ड कप से ऊपर रखना उचित है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari