हजारों साल पहले दुनिया से विदा हो चुके हैं डायनासोर, लेकिन अब भारत में यहां ऐसे मिला उनका अंडा
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग को दी जी हां हाल ही में गुजरात के राइली में डायनासोर का अंडा मिला है। मवाडा गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर पर मिला यह अंडा टूटा हुआ है। खुदाई के दौरान मिले अंडे को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि यह उन्हें जमीन में एक पत्थर की तरह दिखा था। खुदाई के बाद पता चला कि यह तो डायनासोर का अंडा है। इस बात की जानकारी भारत के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग को दी गई।
डायनासोर के विलुप्त होने के पीछे हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा मंगल पर ज्वालामुखी चट्टानों का अध्ययन हुआ है। शोधकर्ता जैकब रिचर्डसन का कहना है कि आर्सिया मोंस की चोटी पर ज्वालामुखी की गतिविधियों की शुरुआत करीब 15 करोड़ साल हुई थी। इसे जुरासिक पीरियड कहा जाता है। इस समय डायनासोर चरम पर थे। बाद में मंगल पर ज्वालामुखी उसी समय ठंडा पड़ा, जब धरती पर डायनासोर समाप्त हुए।
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