पूर्व मुख्‍यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में बने 5.8 किलोमीटर लंबे बस रैपिड ट्रांजिट बीआरटी कॉरिडोर को तोड़ने का काम मंगलवार से शुरू हो गया। यह कॉरीडोर साउथ दिल्ली में मूलचंद से अंबेडकर नगर तक है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कहा इस कॉरिडोर को तोड़ने का काम रात को होगा ताकि ट्रैफिक में कोई बाधा न हो।


बिना सोचे समझे कापी पेस्ट कर दिया प्रोजेक्टयह देश की पहली सड़क है जिसके टूटने पर जनता खुश है। जनता ही नहीं विधायक भी चाहते हैं कि इसे तोड़ा दिया जाए। पूर्व सरकार ने इस प्रोजेक्ट को बिना सोचे समझे बनवाया था। सिसोदिया ने कहा कि नेता जी विदेश गए और वहां से देखकर दिल्ली में कॉपी-पेस्ट कर दिया। इस कॉरिडोर को दिल्ली के हिसाब से नहीं बनाया गया। उन्होंने पूर्व सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है।बस लेन में कार पार्क करने पर चालान


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बस लेन को फॉलो किया जाएगा। बस की लेन में कार पार्क करने पर दो हजार रुपये का चालान होगा। चालान के अलावा गलती करने वाले को उस क्रेन का खर्च भी अदा करना होगा जो कार उठाकर लाएगी। इस नियम को जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।

मोदी जी हमें काम करने दीजिएउप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा मोदी जी आपको जो करना है करते रहिए। पाकिस्तान से लड़ना है तो लडि़ए लेकिन दिल्ली सरकार को अपना काम करने दीजिए। उन्होंने इस साल एक हजार मोहल्ला क्लिनिक और 150 पॉली क्लिनिक खोलने का भी ऐलान किया।

180 करोड़ में बना था कॉरीडोर अब खर्च होंगे 12 करोड़दिल्ली सरकार ने 2008 में करीब 180 करोड़ रुपये खर्च करके बीआरटी का निर्माण करवाया था। इसे तोड़ने पर 12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा दूसरे चरण में सरकार स्थानीय लोगों से बातचीत करेगी ताकि सड़कों का फिर से डिजाइन तैयार करने के लिए व्यापक योजना बनाई जा सके। सरकार ने सड़कों के डिजाइन के लिए एक सलाहकार की नियुक्ति की है।

Posted By: Prabha Punj Mishra