जाने पांच तरीके प्यार जताने के
इसी मामले में मदद करने के लिए आज हम आपको बताते हैं प्यार जताने के पांच आसान तरीके. जिससे आपके साथी को पता चल जाएगा कि वो आपके लिए कितना मैटर करता है या करती है. और यकीन जानिए इससे आपको अच्छा लगेगा ही आपके पार्टनर को भी खुशी मिलेगी और वो ना सिर्फ आपकी कोशिश को सराहेगा या सराहेगी बल्कि उनका प्यार भी आपके लिए बढ़ेगा.
जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे: जी हो इसका मतलब बिलकुल भी गुलामी नहीं है बल्कि आप ये जानने की कोशिश कीजिए की सामने वाले को क्या पसंद है. जैसे उसे बाहर घूमना पसंद है या बस घर में बैठ कर आपके साथ कुछ पल तन्हाई में बिताना या फिर उसे हाथों में हाथ लेकर बैठना पसंद है या फिर काम में शेयरिंग करते हुए साथ वक्त बिताना. और बस उसके मन का करिए देखिए आपको लंबा टाइम बीतने के बावजूद कभी अपने रिलेशन में पुरानेपन की महक नहीं आएगी और प्यार कभी कम नहीं होगा क्योंकि सामने वाले को भी पता होगा कि आप बस उन्हें चाहते हैं.
सम्मान दें: एक दूसरे को सम्मान देना तो हर रिश्ते की जरूरत है पर प्यार में तो ये सबसे जरूरी है. आपकी भाषा में सामने वाले लिए सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल होना चाहिए. यहां बात औपचारिक होने की नहीं है. इज्जत के साथ बात करने से आपके रिलेशन में फार्मेलिटी नहीं आती जैसे तू तड़ाक या हल्की भाषा के इस्तेमाल से प्यार कोई गहरा नहीं हो जाता. सच तो ये हैं कि सम्मान दे कर आप अपने साथी को ये ज्यादा बेहतर तरीके जता पायेंगे कि वो आपके लिए कितना वेल्युबल है और आपके मन में उसके लिए कितना ज्यादा प्यार है.
चार कदम बस चार कदम तुम चला दो ना साथ मेरे: यानि एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बितायें. प्यार जताने का ये सबसे इंर्पोटेंट तरीका है. आज की दौड़ भाग भरी जिंदगी में आप मंहगे से मंहगा तोहफा तो अपने पार्टनर को दे सकते हैं लेकिन वक्त नहीं दे पाते. तो अपने साथी के फेवरेट टाइम पास के लिए वक्त निकालें. उसके पसंदीदा फूड प्वाइंट पर साथ जायें और उसके पसंद के सब्जेक्ट पर बातें करें. अगर उसे किसी पार्क का या और किसी खास जगह का कोई विशेष कोना पसंद है तो वहां जायें और उस जगह से जुड़ी यादों को ताजा करें या फिर बस लांग ड्राइव पर निकल जायें. एक छोटी से कोशिश और आपके प्यार का हर रंग सामने वाले पर जाहिर हो जाएगा, फिर देखिएगा उधर से भी कुछ मिलता जुलता प्यार में डूबा जवाब आएगा.
कहा ना प्यार है: ये सबसे अहम् सबसे आसान और सबसे पहला कदम है जो आप अक्सर भूल जाते हैं. मतलब हमें प्यार होता है पर अपने साथी से इसे कहना हम अक्सर इग्नोर कर देते हैं कि ये भी कोई बार बार कहने की बात है. भई क्यों नहीं है. भूख लगी है तो खाना बार बार मांगते हैं ना, रोज टाई नहीं मिलती या जुराबें तो बार बार मांगते हैं. पैसे ने नहीं हैं तो बार बार मांगती हैं ना कोई भी चीज जो आपका हक है आप उसके लिए दस बार याद दिलाते हैं भले ही वो संबंधित व्यक्ति को मालूम ही क्यों ना हो. तो एक बस प्यार ही ऐसा गैर जरूरी क्यों जिसे बार बार मांगना, जताना और कहना गलत लगे. अरे जिससे प्यार है, जिससे प्यार चाहिए उसी से तो मांगना है या कहना है तो क्यों नहीं कहना, बिंदास कहें कि प्यार है.
स्पर्श होती है प्यार की भाषा: जी कभी प्यार से थामें हाथ या बस हल्के से रख दें कंधे पर सिर बिना कुछ कहे आपके दिल में छुपा सारा प्यार सामने आ जाता है. एक हल्का सा स्पर्श बहुत कह जाता है. जब कभी मौका मिले तो अपने पार्टनर का हाथ थाम कर कहें अपनी बात या यूंही हाथों में हाथ लिए कुछ दूर टहलें. थक गये हैं तो कुछ देर सुकून से उनके कंधे पर सिर रख कर बैठ जायें. या आंखे बंद करके साथी के बालों में हाथ फिरायें. यकीन मानिए बिना कुछ भी बोले आप बता देंगे कि कितना प्यार तुम्हें हम करते हैं.