हर किसी के नाम के पीछे कोई न कोई रहस्‍य या इतिहास जरूर होता है। जैसे किसने रखा क्‍यों रखा नाम का क्‍या मतलब आदि बातें अक्‍सर लोग सोचते हैं लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि अंग्रेजी के इन 12 महीनों के नाम का क्‍या मतलब है। इन्‍हें किसने रखा है। शायद नहीं तो आइए आज हम आपको बताते हैं इन नामों का इतिहास...


फरवरी : इस महीने का नाम लेटिन के फैबरा से रखा गया है।। इस महीने 15 तारीख को लोग शुद्धि की दावत दिया करते थे। वहीं कुछ लोग फरवरी नाम का संबंध रोम की एक संतानोत्पत्ति की देवी फेबरुएरिया से मानते हैं। अप्रैल : लैटिन शब्द 'एस्पेरायर' का अर्थ खुलना से इसका नाम रखा गया है। रोम में इसी माह कलियां खिलकर फूल बनती थीं। इसलिए पहले इसका नाम एप्रिलिस हुआ और बाद में अप्रैल रखा गया। जून : लैटिन शब्द जेन्स के आधार पर जून का नाम रखा गया। इसके अलावा रोम में भी सबसे बड़े देवता जीयस हैं एवं उनकी पत्नी का नाम है जूनो है। जिससे उनके नाम से भी इसे जोड़ा जाता है। अगस्त :
जूलियस सीजर के भतीजे आगस्टस सीजर के नाम पर ये नाम रखा गया है। आगस्ट ने खुद को अमर बनाने के लिए सेक्सटिलिस का नाम बदलकर अगस्टस कर रखा था।अक्टूबर :


लैटिन में 'आक्ट' का मतबल आठ होता है। जिससे यह भी उस हिसाब से आठवां हुआ। हालांकि बाद में यह भी दसवां महीना हो गया है, लेकिन नाम नहीं बदला।  दिसंबर :
लैटिन डेसेम से दिसंबर महीने को डेसेंबर कहा गया।

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Posted By: Shweta Mishra