खिचीं रही तलवारें, कामकाज ठप
- तोड़फोड़ की घटना के बाद हड़ताल पर गए सीएमओ ऑफिस के कर्मचारी
- हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर किया काम ALLAHABAD: दो दिन पहले स्वास्थ्य विभाग में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद शनिवार को कामकाज ठप रहा। कर्मचारियों ने दिनभर विरोध जताते हुए तालाबंदी रखी। अधिकारियों के समझाने के बावजूद वह काम करने को राजी नहीं हुए। उन्होंने जिला प्रशासन से मिलकर अपना विरोध भी दर्ज कराया। वहीं, इसके चलते विभाग पहुंचाने वाली जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। दोबारा हो डॉ। जुबैर का मेडिकलस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना था कि उन पर सीएचसी मेजा में तैनात डॉ। जुबैर अहमद के साथ मारपीट करने का आरोप गलत है। इसकी हकीकत जानने के लिए डॉक्टर का दोबारा मेडिकोलीगल कराया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने शनिवार को एडीएम सिटी से मिलकर ज्ञापन सौंपा। साथ ही उन्होंने एडी हेल्थ डॉ। आभा श्रीवास्तव से भी एक पक्षीय कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग की। कर्मचारियों के कामकाज ठप कर देने से विभाग में मेडिकल सर्टिफिकेट, क्षतिपूर्ति, क्लीनिक और हॉस्पिटल रजिस्ट्रेशन न होने से लोगों को निराश लौटना पड़ा।
काली पट्टी बांधकर किया कामउधर सीएचसी मेजा के डॉ। जुबैर के साथ सीएमओ ऑफिस के कर्मचारियों द्वारा की गई मारपीट के विरोध में बेली और कॉल्विन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने शनिवार को हाथ में काली पट्टी बांधकर काम किया। उनका कहना था कि क्ब् अगस्त को स्वास्थ्य विभाग में हुई तोड़फोड़ उनके द्वारा नहीं की गई थी। बावजूद इसके कार्यवाहक सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार की तहरीर पर पुलिस ने डॉ। एपी सिंह, डॉ। आरएस मौर्या, डॉ। जीसी पटेल, डॉ। आलोक वर्मा और डॉ। अशोक पटेल सहित फ्भ् अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। बता दें कि क्क् अगस्त को डॉ। जुबैर के बकाया वेतन भुगतान को लेकर सीएमओ ऑफिस में कर्मचारियों और उनके बीच मारपीट हो गई थी।
घंटों चली बैठक रही बेनतीजा विवाद का हल निकालने के लिए शनिवार शाम बेली हॉस्पिटल में सीएमओ डॉ। पदमाकर सिंह, हॉस्पिटल सीएमएस डॉ। यूसी द्विवेदी और पीएमएस संघ के अध्यक्ष डॉ। अजय चड्ढा के बीच घंटों वार्ता चली लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब मंगलवार को फिर वार्ता होगी।