महाराष्‍ट्र इन दिनों सूखे की समस्‍या से जूझ रहा है। सबसे ज्‍यादा परेशानी मराठवाड़ा और लातूर जिलों में हो रही है। लातूर में तो पानी के संकट के चलते स्‍वास्‍थय संबंधी दिक्‍कतें पैदा हो रही हैं। जहां पानी की कमी से लोग ज्‍यादा बीमार पड़ रहे हैं वहीं इलाज में भी पानी की कमी मुश्‍किलें पैदा कर रही है।


रात भर जाग रहे हैं पानी के इंतजाम के लिए लोग गर्मी बढ़ने के साथ-साथ महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और लातूर सहित राज्य के कई हिस्सों में जल संकट गहराता जा रहा है। लातूर में लोगों को पानी के लिए रातभर जागने के साथ-साथ कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। फिलहाल लातूर में हालात ऐसे हैं कि कई जगह पुलिस बंदोबस्त में पानी बांटना पड़ रहा है। लातूर निवासियों का कहना है कि जब वे दिन भर मेहनत करते हैं तब जाकर रात में पानी मिल पाता है। लोगों के पास आराम करने के लिए तो समय ही नहीं है। इससे पहले महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने विधानसभा में कहा कि सरकार ने लातूर में ट्रेन के जरिये पानी की सप्लाई करने का इंतजाम किया है।लातूर जिले में पांच लाख से अधिक लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा
इस बीच जिले को पानी की सप्लाई करने वाले मंजरा डैम और धानेगांव नदी के सूख जाने से पानी की भारी कमी हो गई है और मराठवाड़ा में केवल टैंकर के पानी के सहारे तेजी से बढ़ते मरीजों का उपचार करने में डॉक्टरों को काफी मुश्किल हो रही है। पता चला है कि लातूर में लगभग 160 क्लीनिकों और अस्पतालों ने पहले से तय सर्जरी में काफी कमी कर दी है और केवल इमरजेंसी ऑपरेशन ही किए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत मैटैरनिटी अस्पतालों हो रहीहै जहां केस को पोस्टपोन नहीं किया जा सकता। हाइजीन के हिसाब से हाथ्ज्ञ तक धोने के लिए पानी की कमी हो रही है।

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Posted By: Molly Seth