नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत में भी कई बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भारत के कई क्षेत्रों में तो ये झटके इतने तेज थे कि कुछ लोगों को यहां भी अपनी जान गंवानी पड़ी है. वहीं इस बीच कई लोगों ने अफवाहों के जमकर बादल भी गरजाए हैं. इन अफवाहों को लेकर केंद्र व राज्‍य सरकारें अब गंभीर होती नजर आ रही हैं.

कुछ ऐसी है जानकारी
इसी क्रम में बिहार में एक पूर्व विधायक के खिलाफ अफवाह फैलाने को लेकर एफआईआर दर्ज कराने का मामला सुनने में आया है. बताया जा रहा है कि उन पर व्हाट्स ऐप के जरिये भूकंप को लेकर गंभीर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया है. इस अफवाह के जरिए वह लोगों में दहशत को और भी ज्यादा हवा दे रहे थे.
इन्होंने कराई शिकायत दर्ज
जानकारी देते हुए पटना के एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि सचिवालय थाना के एसएचओ अमरेंद्र कुमार झा ने शिकायत दर्ज कराई है. उनकी शिकायत के आधार पर अररिया जिला के नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक दयानंद राय के खिलाफ सचिवालय थाना में एफआईआर दर्ज करवा दी गई है. बताते चलें कि 1990 व 2000 में दो बार राजद के टिकट पर विधायक चुने गए दयानंद राय पर शनिवार को व्हाट्स ऐप के जरिये और भी ज्यादा उच्च तीव्रता वाले भूकंप की अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया है.
दयाराम के बेटे ने दी जानकारी
इसको लेकर सचिवालय एसएचओ ने यह शिकायत दर्ज कराई है कि व्हाट्स ऐप पर फैलाई गई अफवाह को लेकर दहशत में लोगों को शनिवार की पूरी रात पार्कों में बितानी पड़ी. यही नहीं कइयों को तो इस अफवाह के चलते आनन-फानन में अपने घरों से भागते भी देखा गया. मामले की पूरी पड़ताल करने के बाद मालूम पड़ा कि यह अफवाह दयानंद राय के फोन से फैलाई गई है. मालूम पड़ने के बाद दयानंद राय से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी. फिलहाल दयानंद दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं उनके बेटे राजेश ने जानकारी दी कि यह मैसेज उन्होंने किया था. उसके बाद बिना पढ़े ही इसे फॉरवर्ड कर दिया गया था.

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Posted By: Ruchi D Sharma