प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों तीन देशों की यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने गुरुवार को फ्रांस के राष्ट्रपति राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद उन्होंने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालत के बारे में सोचने का अधिकार सिर्फ भारत और पाकितान को है इसमें किसी तीसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए।


चेंटली, फ्रांस (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों तीन देशों की यात्रा पर निकले हैं। अपन दौरे के पहले पड़ाव में वह गुरुवार को फ्रांस पहुंचे, जहां उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद मैक्रों ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति का हल सिर्फ भारत और पाकिस्तान ही आपस में बातचीत करके निकाल सकते हैं, इस मामले में किसी भी तीसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए। मैक्रों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे कश्मीर और क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में सब कुछ बताया। मैंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को एक साथ मिलकर इसका समाधान खोजना होगा और किसी देश को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।'आतंकियों को खत्म करने का किया निश्चय
मैक्रों ने आगे यह कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे भारत द्वारा हाल ही में कश्मीर पर लिए गए निर्णय के बारे में भी बताया और वह उनकी संप्रभुता में है।' बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार की सुबह फ्रांस पहुंचे और वहां के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें दोनों पक्षों ने आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक के दैरान भारत और फ्रांस ने सीमा पार चल रहे आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि इसे किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता है। दोनों देशों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैसे जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के सीमा पार गतिविधियों को साथ मिलकर रोकने का निश्चय किया। बता दें कि यह आतंकी सगठन खास कर जम्मू-कश्मीर में काफी एक्टिव हैं और भारत विरोधी का करते हैं। तीन देशों की यात्रा पर निकले पीएम मोदी, पहला पड़ाव फ्रांसव्यापार में हुई 25 प्रतिशत की बहोत्तरीइसके अलावा दोनों देश के नेताओं ने दुनिया भर में आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए एक ग्लोबल समिट को जल्द ही आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों ने यह माना कि आतंकवाद को किसी धर्म या जातीयता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। मैक्रों ने बैठक ने कहा, 'रक्षा के क्षेत्र में दोनों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ना बहुत जरूरी है। राफेल विमान अगले महीने तक भारत पहुंच जाएगा। भारत और फ्रांस के बीच व्यापार में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। हम इसे और भी बढ़ाना चाहेंगे।'

Posted By: Mukul Kumar