-पुलिस-पीएसी ने किया फ्लैग मार्च

Mawana। मवाना चीनी मिल पर किसानों की तालाबंदी की चेतावनी से पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। बुधवार को पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के निर्देशन में पीएसी-पुलिस के जवानों ने फ्लैग मार्च किया। अधिकारियों ने किसान नेताओं को लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने की स्थिति में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।

पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च

गन्ना भुगतान नहीं होने से किसानों में आक्रोश है। भारतीय किसान यूनियन सहित कई किसान संगठनों ने 25 फरवरी को मवाना चीनी मिल के मुख्य गेट पर तालाबंदी की चेतावनी दी थी। इसे लेकर मंगलवार को ही अधिकारियों के निर्देश पर एक कंपनी पीएसी को चीनी मिल परिसर में तैनात कर दिया गया था। बुधवार को एसडीएम अरविंद सिंह, सीओ अब्दुल कादिर, एसओ मवाना सुरेंद्र भाटी ने पीएसी के जवानों के साथ पुलिस चौकी से होते हुए सुभाष चौक, खतौलिया चौक, सुभाष बाजार, दयानंद बाजार आदि प्रमुख रास्तों पर फ्लैग मार्च किया। इस दौरान नगर में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया।

किसान नेताओं को चेताया

गन्ना भुगतान के लिए प्रस्तावित मिल गेट तालाबंदी और किसी भी तरह के आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है। एसडीएम अरविंद सिंह और सीओ अब्दुल कादिर ने तहसील परिसर में धरना दे रहे किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के अध्यक्ष शौकीन गुर्जर, किसान नेता आदेश और भाकियू नेता हरबीर सिंह से अलग-अलग वार्ता कर चेतावनी दी। अधिकारियों ने कहा कि वे अपने आंदोलन को शांतिपूर्वक करें और अधिक संख्या में किसानों को आमंत्रित न करें। सीमित संख्या वाला किसानों का प्रतिनिधिमंडल मिल अधिकारियाें और प्रशासन के सामने अपनी बात रखे। यदि किसी भी स्थिति में कानून तोड़ा गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस के इस एक्शन से किसान नेताओं में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। हालांकि किसान नेता दबी जुबान से इसे हिटलरशाही रवैया करार दे रहे हैं। किसानों ने कहा कि दमनकारी नीति से किसान और गर्त में चला जाएगा। इसका परिणाम सरकार को विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा।

Posted By: Inextlive