राजस्थान से आए किसान गजेंद्र सिंह की आत्महत्या पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. किसान के परिवार को इस मुद्दे पर दिल्ली के मुखयमंत्री केजरीवाल की माफी कतई मंजूर नहीं है वे चाहते हैं कि सारे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.

जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह के खुदकुशी करने के दो दिन बाद शुक्रवार को आप ने डैमेज कंट्रोल के प्रयास शुरू कर दिए. जहां, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना के बाद भी रैली स्थगित न करने को लेकर गजेंद्र के परिजनों से माफी मांगी वहीं, पार्टी नेता संजय सिंह ने किसान के दौसा स्थित गांव नांगल झामरवाड़ा पहुंचकर परिवार वालों को दस लाख रुपये का चेक सौंपा.
केजरी की माफी परिवार को कबूल नहीं
हालांकि गजेंद्र के पिता, मां, भाई और बहन को केजरीवाल की माफी बिल्कुल मंजूर नहीं है. मां शकुंतला कहती हैं-‘क्या माफी मांगने से मेरा बेटा वापस आ सकता है. अगर ऐसा है तो मैं केजरीवाल के पैरों में गिरकर माफी मांगती हूं कि वे मेरे गजेंद्र को वापस लौटा दें.’ बहन रेखा का कहना है कि अब माफी मांगने से क्या होगा? मेरा भाई तो चला गया. केजरीवाल ने तो घटना के बाद दो मिनट के लिए भी अपनी रैली नहीं रोकी. गजेंद्र को उकसाया गया. इसके पीछे कोई साजिश हो सकती है. भाई विजेंद्र सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी मेरे भाई को फिर से जिंदा कर दे तो मैं उन्हें एक करोड़ रुपये देने को तैयार हूं. पिता बनै सिंह ने दोहराया कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता. जो होना था हो चुका. गजेंद्र के बच्चे अनाथ हो गए हैं.
दोषी को फांसी
इससे पहले सुबह केजरीवाल ने माफी मांगते हुए कहा- ‘मैं दोषी हूं, मुझे दोष दीजिए. मैं मानता हूं कि रैली समाप्त कर देनी चाहिए थी. लेकिन कृपया किसानों के असली मुद्दे पर ध्यान दें, राजनीति नहीं करें. जो भी दोषी हो उसे फांसी दे दें. बहस का मुद्दा यह होना चाहिए कि किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं.’

परिवार ने रखीं पांच मांगें
इधर आप के संजय सिंह ने गांव पहुंचकर गजेंद्र के परिजनों से बातचीत की. उनको मनाने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. इसके बाद परिवार वालों ने दस लाख रुपये का चेक स्वीकार कर लिया. उन्होंने अपनी पांच मांगें भी बताईं जिसे संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल के समक्ष रखने का आश्वासन दिया.  परिवार ने कहा है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच हो, गजेंद्र को शहीद का दर्जा मिले, उसके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और आपदाग्रस्त किसानों को दी जाने वाली राहत योजना गजेंद्र के नाम पर हो.
राजस्थान भाजपा ने भी दिए चार लाख
राजस्थान भाजपा ने भी पीडि़त परिजनों को चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया. गांव पहुंचे प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार गजेंद्र के तीनों बच्चों की पूरी पढ़ाई की जिम्मेदारी लेती है.

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Posted By: Molly Seth