- उरुवा एरिया के हाटा बुजुर्ग गांव में दिल्ली से एंबुलेंस के जरिए लाए गए सीनियर सिटीजन मिले कोरोना पॉजिटिव

- अलर्ट मोड पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज से लेकर जिला प्रशासन, डीएम की मौजूदगी में सेनेटाइज कराया गया गांव

GORAKHPUR: अब तक कोरोना प्रूफ रहे गोरखपुर में भी कोविड-19 ने दस्तक दे दी है। दिल्ली से लाए गए उरुवा एरिया के हाटा बुजुर्ग निवासी बाबूलाल (50) के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर हड़कंप मच गया है। जहां बीआरडी मेडिकल कॉलेज को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है, वहीं सिटी से लेकर बॉर्डर एरिया तक चौकसी बढ़ गई है। सोमवार की सुबह से ही डीएम के विजयेंद्र पांडियन व एसएसपी डॉ। सुनील कुमार गुप्ता सहित पहुंचे जिम्मेदारों ने हाटा बुजुर्ग गांव को ही सील करा सेनेटाइज कराया।

सिटी में होती रही चर्चा

उधर, बाबूलाल के संपर्क में आए परिवार के छह सदस्यों को टीबी अस्पताल में क्वारंटाइन करते हुए सैंपल लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आरएमआरसी लैब में भेज दिया गया है। जबकि दो अन्य फरार लोगों की तलाश जारी है। वहीं इस मामले की जानकारी होने के बाद से ही गांव से लेकर शहर तक लोगों के बीच हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया से लेकर फोन तक लोग मामले की खोजखबर लेते रहे। लॉकडाउन में रोज की अपेक्षा घर से बाहर भी कम लोग ही दिखे।

हार्ट, बीपी संग माइनर हार्ट अटैक की प्रॉब्लम

कोरोना को लेकर गोरखपुराइट्स अभी तक बस्ती मंडल के संतकबीर नगर और बस्ती जिले के मरीजों के संख्या को लेकर घबरा रहे थे। लेकिन जैसे ही गोरखपुर में पहले मरीज की पुष्टि हुई हड़कंप मच गया है। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि रविवार को बाबूलाल (50) पुत्र नंदलाल निवासी हाटा बुजुर्ग, थाना उरुवा शाम 7.30 बजे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट हुए। जहां टेस्ट में वो कोरोना पॉजिटिव मिले। पता चला कि पेशेंट रविवार को ही दोपहर में दिल्ली से गोरखपुर आया है। दिल्ली में पीडि़त को हार्ट, शुगर, बीपी की समस्या से साथ माइनर हार्ट अटैक के कारण 19 अप्रैल को फरीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल सेक्टर 8 से रेफर होकर, उसी दिन दिल्ली में सफदरजंग हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। जहां से पांच दिनों के बाद रविवार को एक एंबुलेंस के साथ उन्हें उरुवा क्षेत्र के राममुनि और सोनू दिल्ली से वापस अपने गांव लेकर आए। पेशेंट को सांस की तकलीफ थी। घर के सदस्य गांव के भीतर न जाकर 108 एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल के बाहर से ही रेफर होते हुए मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे। हालांकि डीएम, एसएसपी ने गांव को सील कर पूरे गांव को सेनेटाइज करवा दिया। वहीं गांव के तीन किमी पहले ही सभी जगह बेरिकेडिंग करवा दी गई है। डीएम के विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर खजनी एसडीएम विपिन कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर, ग्राम पंचायत असिलाभर, ब्लॉक उरुवा के ग्राम पंचायत को फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पूरे गांव को सैनिटाइज कराया गया। साथ में मौके पर बच्चा सिंह जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण, सहायक विकास अधिकारी, पंचायत शैलेश राय खंड प्रेरक उपेन्द्र यादव एवं ग्राम प्रधान मौके पर मौजूद रहे।

बॉर्डर सील, लापरवाही पर होगी कार्रवाई

कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने गोरखपुर जिले के बॉर्डर लॉइन पर सभी तहसील के एसडीएम को निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर दूसरे जिले से गोरखपुर जिले में कोई भी व्यक्ति नहीं आएगा। जो आएगा उसकी पूरी डिटेल्स नोट की जाए। इसके अलावा जितने भी सरकारी व गैर सरकारी एंबुलेंस हैं, उन्हें रोक पूरी डिटेल्स ली जाएं। मरीज की कंडीशन के साथ-साथ उसकी केस हिस्ट्री भी पूछकर इसकी सूचना तुरंत कंट्रोल रूम और संबंधित तहसील के एसडीएम को बताया जाए। कहीं से भी कोई लापरवाही बरतने पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।

बॉक्स

लॉक डाउन में जो जहां है वहीं रहे

कोरोना इफेक्ट के बीच जारी लॉकडाउन में गोरखपुर के रहने वाले लोग जो हॉट स्पॉट एरिया (दूसरे शहर) में हैं, वे भी चोरी चुपके शहर आ जा रहे हैं। दिल्ली से प्राइवेट एंबुलेंस के जरिए लाए गए ऊरवा थाना क्षेत्र के हाटा बुजुर्ग के बाबूलाल के मामले ने जिम्मेदारों के कान खड़े कर दिए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से सिटी से लगाए रूरल एरिया तक एनाउंसमेंट शुरू करा दी गई है कि जो जहां है, वहीं रहें। ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट-एसडीएम सदर गौरव सिंह सोंगरवाल के नेतृत्व में सदर तहसील व पुलिस की टीम मिलकर गली-मोहल्लों में एनाउंसमेंट कर रही है। जिसमें कहा जा रहा है कि अगर किसी परिवार का सदस्य किसी दूसरे शहर में है तो वह इस लॉकडाउन में आने के लिए गलत तरीके का इस्तेमाल न करें। जिम्मेदार ये भी बता रहे हैं कि ऐसे किसी भी व्यक्ति के बारे में सूचना मिलते ही तत्काल सीएमओ ऑफिस में बनाए गए कंट्रोल रूम को सूचना दी जा सकती है।

Posted By: Inextlive