- पोस्टल डिपार्टमेंट में हुए करोड़ों रुपए के हेराफेरी मामला

- विभाग की विजिलेंस टीम आज भी मामले की जांच में उलझी

-कहीं डिपार्टमेंट के अधिकारियों और कर्मचारियों को तो नहीं बचा रही विजिलेंस?

GORAKHPUR: पोस्टल डिपार्टमेंट में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला आज भी जांच में अटका हुआ है। न तो पुलिस अभी तक फरार एजेंट्स को पकड़ पाई है और न ही पोस्टल डिपार्टमेंट की विजिलेंस टीम ने इस मामले में किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। आखिर विजिलेंस टीम खाताधारकों की शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? विजिलेंस टीम पर सवाल उठना लाजमी है कि कहीं वे पोस्टल डिपार्टमेंट के अधिकारियों और कर्मचारियों को बचाने में तो नहीं जुटे हैं?

क्यों शांत बैठी है विजिलेंस

वहीं पुलिस भी विजिलेंस टीम को कटघरे में खड़ी कर रही है। कैंट पुलिस और गोरखनाथ पुलिस का कहना है कि पोस्टल डिपार्टमेंट के अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से फरार एजेंट शिवराज पाठक और महेंद्र नाथ पाठक पिछले कई सालों से खाताधारकों को बेवकूफ बना रहे थे। इतना ही नहीं कल तक पोस्ट ऑफिस के अधिकारी जिन खाताधारकों को अपने यहां का खाताधारक नहीं मान रही थी, वह अचानक उन्हें अपना खाताधारक कैसे मान ली। इसके अलावा पोस्टल डिपार्टमेंट की विजिलेंस टीम 8 मार्च के बाद से अभी तक किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?

सीबीआई करे जांच

एक तरफ जहां एनई रेलवे हेड क्वार्टर में ख्ख् करोड़ रुपए के फर्जी चेक मामले में एनई रेलवे की विजिलेंस टीम ने 8-क्0 दिनों में शॉर्ट आउट कर दिया था, वहीं पोस्टल डिपार्टमेंट की विजिलेंस टीम अभी तक इस मामले में अपनी कोई सक्रिय भूमिका नहीं दिखा पाई है। लाखों रुपए गंवाए खाताधारकों की मानें तो पुलिस की तहकीकात तो कर ही रही है, साथ ही सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी जानी चाहिए, क्योंकि पोस्टल डिपार्टमेंट के आला अधिकारी इस मामले में अभी तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं किए हैं।

मार्च के फ‌र्स्ट वीक से दर्ज हो रहा है ठगी का मामला

पोस्टल डिपार्टमेंट के फरार चल रहे है एजेंट्स शिवराज पाठक, महेंद्र नाथ पाठक, रंजना पाठक के खिलाफ ठगी का मुकदमा मार्च के फ‌र्स्ट वीक से दर्ज हो रहा है। जैसे-जैसे खाताधारक अपने एमआईएस को लेकर जागरूक हो रहे हैं वह अपना मुकदमा दर्ज करा रहे हैं, लेकिन मामला दर्ज होने के बाद भी अभी तक पुलिस खाली हाथ है।

मामला चूंकि गंभीर है, इसलिए इसकी जांच विजिलेंस टीम कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी इस मामले में दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

आलोक ओझा, एसएसपी, पोस्टल डिपार्टमेंट

Posted By: Inextlive