पूरी दुनिया में इस वक्त क्रिकेट पर पाबंदी लगी हुई है। कोरोना के चलते कहीं भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेले जा रहे। ऐसे में खाली वक्त में पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने फैंस संग भारतीय टीम की मजबूती और कमी पर चर्चा की।

मुंबई (पीटीआई)। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का कहना है कि युवा बल्लेबाज के एल राहुल वनडे में बल्लेबाजी क्रम में नंबर पांच की स्थिति के लिए सबसे उपयुक्त हैं, लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि टीम प्रबंधन को सुरेश रैना और युवराज सिंह जैसे बल्लेबाजों की तलाश करनी चाहिए। केएल राहुल ने इस साल की शुरुआत में जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू एकदिवसीय मैच में मध्य क्रम में बल्लेबाजी की थी। बाद में उन्होंने न्यूजीलैंड में सीमित ओवरों की श्रृंखला में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। अब तो यह कर्नाटक का खिलाड़ी 50 ओवर के खेल में विकेट कीपिंग भी कर रहा।

For the moment he is the right fit. But we must keep looking for a Raina and Yuvi kind of batsman when Rahul eventually moves to the top. https://t.co/ZNg3Lc2X1c

— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) March 23, 2020फैंस ने पूछे थे सवाल

मांजरेकर, जिन्होंने भारत के लिए 37 टेस्ट और 74 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने सोमवार को अपने ट्विटर पेज पर "टॉक क्रिकेट" हैशटैग के साथ सवाल-जवाब की प्रक्रिया शुरु की। इसमें भारतीय फैंस टीम इंडिया से जुड़े सवाल पूछ रहे थे जिसका मांजरेकर जवाब दे रहे थे। उनसे पूछा गया कि क्या भारत को एकदिवसीय मैचों में राहुल के साथ पांचवें नंबर पर रहना चाहिए और क्या वह राहुल के अलावा अन्य बल्लेबाजों को उस स्थिति में पाते हैं। इस पर जाने-माने कमेंटेटर मांजरेकर ने ट्वीट किया, "फिलहाल वह इस पोजीशन पर फिट हैं। लेकिन हमें रैना और युवी जैसे बल्लेबाज की तलाश जारी रखनी चाहिए, क्योंकि राहुल एक ओपनर बैट्समैन हैं।' भारत के लिए 304 वनडे खेलने वाले युवराज ने 8,701 रन बनाए, जबकि रैना ने 226 वनडे मैचों में 5,615 रन बनाए।

Shreyas and Hardik respectively. https://t.co/kvYrC6nTv0

— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) March 23, 2020मुंबई की खराब फॉर्म की असल वजह

मुंबई के पूर्व बल्लेबाज से यह भी पूछा गया था कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी 20 विश्व कप में नंबर चार और ऑलराउंडर के लिए सही विकल्प कौन लगता है। इस पर मांजरेकर ने श्रेयस अय्यर और हार्दिक पांड्या को चुना। यही नहीं इस बातचीत में संजय ने मुंबई की टीम की खराब परफॉर्मेंस का भी जिक्र किया। मांजरेकर ने महसूस किया कि मुंबई के साथ रणजी ट्रॉफी में "असाधारण नेतृत्व की कमी" थी। 41 बार के रणजी चैंपियंस मुंबई ने हाल के दिनों में अच्छे खिलाडिय़ों के बावजूद घरेलू चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। मांजरेकर से पूछा गया कि मुंबई रणजी टीम अच्छे तेज गेंदबाजों का उत्पादन क्यों नहीं कर रही है और उनकी गेंदबाजी एक चिंता का विषय है, जिसके बारे में उन्होंने ट्वीट किया, "मुंबई रणजी क्रिकेट का मुद्दा सरल है। असाधारण नेतृत्व की कमी।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari