22 नवंबर 1939 को इटावा के सैफई गांव में पैदा हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव आज 78 साल के पूरे हो गए हैं। सियासत के शिखर पर पहुंच चुके मुलायम सिंह यादव को आज भी अपना पुराना शौक बखूबी याद है। उनका ये पुराना शौक है अखाड़े में पहलवानी का। यही वजह है कि पहलवानी के अपने हुनर को सियासी अखाड़े में भी जमकर आजमाते हैं वो। इस बात को वो अच्‍छी तरह से जानते हैं कि किस समय और कहां पर कौन सा दांव लगाना है। आप भी इन बातों को सुनकर हैरान हो रहे होंगे कि मुलायम सिंह और पहलवानी। जी हां ये सच है। मुलायम सिंह यादव राजनीति में आने से पहले पहलवान हुआ करते थे। आइए जानें इससे जुड़ी कुछ और बातें...।


ऐसे हुई शुरुआत इटावा के सैफई गांव में इनका जन्म हुआ। इनके बारे में बहुत कम लोग ये जानते हैं कि इनका पहला शौक पहलवानी हुआ करता था। वैसे कम हाइट वाले मुलायम सिंह यादव को देखकर ये अंदाजा लगा पाना थोड़ा मुश्किल है कि इन्होंने कभी पहलवानी भी की है, लेकिन ये सच है। एक जमाना था जब वो अच्छे खासे पहलवान हुआ करते थे। ये भी है काफी रोचक इससे भी इंट्रेस्टिंग बात तो ये है कि पहलवानी करने के भी बहुत बाद वो राजनीति के मैदान में आए। पहलवानी के बाद इन्होंने स्कूल में पढ़ाना शुरू किया। कहते हैं कि उस समय वो साइकिल पर चला करते थे। यही वजह है कि उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न भी साइकिल है। 1992 में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन किया।यहां भी रहे काफी मशहूर
मुलायम सिंह के पार्टी गठन करने से पहले भी वो छोटे स्तर पर राजनीति में काफी मशहूर रहे। मैनपुरी के एक कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद वह उसी कॉलेज में पढ़ाने भी लगे। वैसे इनकी राजनीतिक कॅरियर के शुरुआत की बात की जाए तो बताते हैं कि इनको पॉलिटिक्स में लाने का श्रेय अपने समय के दमदार नेता नत्थू सिंह को जाता है। ये भी बताया जाता है कि एक समय था जब नत्थू सिंह ने मुलायम सिंह यादव के लिए अपनी सीट तक छोड़ दी थी।Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma