हाल ही में विवादों में घिरी रही नेस्ले इंडिया और उसकी मैगी के चहेतों के लिए कुछ राहत की उम्‍मीद दिख रही है। हाल ही में भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण एफएसएसएआई की प्रयोगशाला में मैगी मानको पर खरी उतरी है। जिससे एक बार फिर दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी के वापस लौटने के आसार दिखने लगे हैं।


मैगी नूडल्स को सेफ पायाजानकारी के मुताबिक इधर पिछले कुछ महीनों से विवादों के बीच घिरी नेस्ले इंडिया के लिए एक राहत भरी खबर है। जी हां हाल ही में मानकों के विपरीत रही मैगी अब भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) पर खरी उतरी है। हाल ही में मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला (लैब) केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (सीएफटीआरआई)ने जांच के बाद मैगी नूडल्स को सेफ पाया है। इस दौरान केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान के मुताबिक मैगी अब पूरी तरह से खाद्य सुरक्षा मानकों पर अनुकूल उतरी है। जिससे अब लोगों को उम्मीद दिखने लगी है कि हो सकता जल्द ही दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी बिकने लगे। यह पहले की तरह ही बाजार और लोगों के किचन में अपनी जगह बना ले।राज्यों में इस पर बैन लगा
गौरतलब है कि नेस्ले इंडिया की मैगी में लैड की मात्रा अधिक पाए जाने से यह विवादों में घिर गई थी। यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पाई गई थी। जिसमें सबसे पहले मई के महीनें में यूपी में मैगी के सैंपल में तय मात्रा से अधिक लैड पाए जाने की बात सामने आई थी। इसके बाद यूपी में बैन के बाद कई राज्यों में इस पर बैन लग गया। इसके बाद एफएसएसएआई ने बीती 5 जून को एफडीए की शुरुआती रिपोर्ट को देखते हुए देशभर में इसके बनाने और बेचने पर तो पाबंदी लगा ही थी। इसके साथ ही इसके आयात-निर्यात तक पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। इस मामले को लेकर मैगी के ब्रांड एम्सेबेडर अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित केस कर दिया गया।

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Posted By: Shweta Mishra