- स्टेट के गर्वनर डा। कृष्णकांत पाल ने देहरादून और हरिद्वार को क्लीन बनाने के लिए की स्पेशल मीटिंग

- ओएनजीसी, बीएचईएल, एसबीआई सरीखे संस्थानों को कहेंगे दोनों सिटी के कुछ एरिया गोद लेने के लिए

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स्टेट कैपिटल और व‌र्ल्ड लेवल की टूरिज्म इमेज रखने वाले देहरादून में रात-दिन गंदगी का फैले रहना अब महामहिम यानि गर्वनर डा। कृष्णकांत पाल को भी बुरा लगने लगा है। गर्वनर ने 'स्वच्छ भारत अभियान' के तहत एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में शामिल 28 राज्यों की राजधानियों में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और हरिद्वार की स्थिति पर फ्राइडे को गहरी चिंता प्रदर्शित करते हुए इसे क्लीन बनाने का बीड़ा उठाया। उन्होंने इन दोनों सिटीज के गंदे एरिया चिन्हित कर उन्हें प्रतिष्ठित सार्वजनिक और निजी संस्थानों के सहयोग से संवारने का निर्णय लिया।

संस्थानों के अधिकारियों से की रिक्वेस्ट

गर्वनर ने इसके अंतर्गत चरणबद्ध और योजनाबद्ध रूप से कार्य करने के लिए राजधानी देहरादून और तीर्थ नगरी हरिद्वार को प्राथमिकता पर लिया है। उन्होंने ओएनजीसी, बीएचईएल। हरिद्वार, एसबीआई जैसे प्रतिष्ठित सार्वजनिक व निजी संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों सहित सिडकुल तथा नगर निगम देहरादून के एमएनए के साथ फ्राइडे को बैठक की। गर्वनर डा। पाल ने प्रत्येक प्रतिष्ठान से अपेक्षा की कि वे दोनों शहरों के आइडेंटिफाइड एरियाज को गोद लेकर क्लीन बनवाएं।

गुलामी से देश को आजाद करने का महात्मा गांधी का सपना 15 अगस्त 1947 को ही पूरा हो चुका है, जिसका जश्न हम सब 68 वषरें से मना रहे हैं लेकिन स्वच्छ भारत के उनके सपने को पूरा करना आजाद देश के प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व है। स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाकर आजादी के महान आंदोलनकारी को विनम्र श्रद्धांजलि दी जा सकती है।

- डा। कृष्णकांत पाल, गर्वनर, उत्तराखंड

Posted By: Inextlive