गूगल ने आज एक नया डूडल बनाकर दुनिया की पहली महिला के बर्थडे को सेलीब्रेट किया। इस पहली महिला का नाम 'लूसी' था और वह पैरों पर चलने वाली मानव जाति की पहली कपि थी। पढ़ें पूरी खबर....


3.2 मिलियन पुरानी है लूसीगूगल आज विश्व के सबसे प्रसिद्ध् प्राचीन 3.2 मिलियन वर्ष पुराने बानर 'लूसी' के खोज की 41वीं वर्षगांठ मना रहा है। गूगल ने अपने डूडल के जरिए मानव प्रजाति के चिपैंजी से मानव तक के विकासक्रम को दिखाया है। इसमें चिंपैंजी और मानव को चलते हुए दिखाया है। आज ही के दिन 1973 में लूसी का कंकाल इथियोपिया में मिला था। लूसी का नाम बीटल बैंड्स के गाने'Lucy in the Sky with Diamonds' के गाने पर रखा गया था।40 प्रतिशत ही अवशेष
साढ़े तीन फीट लंबाई वाली 'लूसी' का यह Australopithecus afarensis कंकाल सबसे पहले पाया गया था, हालांकि मात्र 40 प्रतिशत ही इसके अवशेष बचे थे। आज से 41 वर्ष पूर्व सबसे पुराने दो पैरों वाले चिपैंजी का पता चलाथा जो होमो सेपिएंस के विकास को दर्शाता है। लूसी का शरीर महिला की तरह है। बाद में यह भी पता चला कि afarensis पुरुष महिलाओं से कुछ बड़े होते थे।म्यूजियम में है सुरक्षित


जीवाश्म वैज्ञानिक डोनाल्ड सी जोहानसन के द्वारा इथियोपिया में खोजे गए लूसी को सबसे पुराना दो पैरों वाला जीव जाना गया। लूसी में चिंपैंजी जैसी काफी समानताएं देखी गयीं। गूगल डूडल पर लूसी से संबंधित फोटो लगाया है। ये चिंपैंजी और मानव प्रजाति के बीच की प्रजाति है जो तीस से चालीस लाख साल पहले पाई जाती थी।कंकाल के अनुसार पता चलता है कि वह हमेशा खड़े होकर सीधा चलती थी। इसके दो पैरों का उपयोग होमो सैपिएंस की निशानी दर्शाता है।लूसी के कंकाल को इथियोपिया के संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।inextlive from Spark-Bites Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari