इंटरनेट यूजर्स सावधान गूगल ने रिसेंटली एक ऐसे ऑनलाइन मनी फ्रॉड के बारे में पता लगाया है जिसमें डॉगी के बच्‍चे बेचने के नाम पर लोगों को ठगा गया है।

वाशिंगटन (एएनआई)। टेक कंपनी गूगल ने पप्‍पी यानि कुत्‍ते के क्‍यूट बच्‍चे बेचने के नाम पर चलने वाली पप्‍पी फ्रॉड स्‍कीम को लेकर एक स्‍कैमर के ऊपर केस किया है। वर्ज की रिपोर्ट बताती है कि इस फ्रॉड स्‍कीम में तमाम लोगों और बुजु्र्गों को भी प्‍योर ब्रीड के पप्‍पी बेचने के नाम पर हजारों डॉलर ठगे गए हैं। गूगल ने अपनी कंप्‍लेंट में बताया है कि कैमरून के रहने वाले घोटालेबाज नेचे नोएल ने पीडि़तों को बेवकूफ बनाने के लिए दर्जनों यूजर्स के जीमेल अकाउंट और वॉयस सर्विस का दुरुपयोग किया।

पीडि़त ने दिए 700 डॉलर, पप्‍पी नहीं मिली सिर्फ मायूसी
पप्‍पी फ्रॉड स्‍कीम में हुए एक मामले में एक पीडि़त ने नोएल से पप्‍पी खरीदने के लिए उसे 700 डॉलर के इलेक्‍ट्रानिक गिफ्ट कार्ड भेजे। इसके बाद स्‍कैमर ने पीडि़त को फिर से बातों में फंसाकर 1500 डॉलर की और मांग की और कहा कि डिलीवरी कंपनी इतने पैसे देने के बाद ही पप्‍पी डिलीवर करेगी। केस रिपोर्ट के मुताबिक पीडि़त को कभी भी पप्पी नहीं मिला।

रूस के हैकर ने फर्जी वेबसाइट की मदद से इस फ्रॉड को दिया अंजाम
स्‍कैमर ने पप्‍पी फ्रॉड स्‍कीम चलाने के लिए तमाम फर्जी वेबसाइट के नेटवर्क का इस्‍तेमाल किया, जिन्‍होंने कोरोना महामारी के दौरान बेससेट हाउंड पिल्लों को बेचने का दावा किया था। इन वेबसाइट पर तमाम क्‍यूट फोटोज और कई कस्‍टमर्स के फर्जी लेकिन अच्‍छे कमेंट मौजूद थे। गूगल के सीनियर काउंसेल माइक ट्रिन ने एक ब्‍लॉग पोस्‍ट में बताया कि दुख है कि इस स्‍कैम में बुजुर्ग अमेरिकन को सबसे ज्‍यादा टारगेट किया गया, जो आसानी से साइबर अटैक का शिकार बन सकते हैं। फिलहाल गूगल ने रूस में मौजूद हैकर और उसके नाम में चलने वाली फर्जी मार्केटिंग करने कंपनियों पर मुकदमा दायर किया है।

Posted By: Chandramohan Mishra