- आनन-फानन में बंद हो गई थीं शॉप्स

- जल्दबाजी में बिखरा रह गया स्टॉक

GORAKHPUR: लॉकडाउन के कारण सिटी के शॉप ओनर काफी परेशान हैं। उनकी परेशानी की वजह है चूहे। उन्हें आशंका है कि चूहों और घूस के कारण दुकान का 40 से 50 परसेंट सामान नष्ट हो चुका होगा। इससे उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।

सामान न हो जाए खराब

लॉकडाउन टू में 40 दिन से अधिक का समय गुजर जाने से अनाज, ड्राई फ्रूट्स बिजली, कंप्यूटर, चमड़ा का सामान, कपड़े और फैंसी ड्रेस की दुकानों में सबसे अधिक नुकसान की आशंका है। व्यापारियों का मानना है कि इस नुकसान की भरपाई नहीं हो सकता, क्योंकि इसका कोई बीमा नहीं होता है। व्यापारियों का कहना है कि इतने लंबे समय तक दुकानों के बंद रहने के कारण चूहे और घूसों से रोकथाम की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। मार्केट खुले रहने के दौरान चूहों को भगाने के लिए छोटा या बड़ा पिंजरा लगा दिया जाता था, जिसमें चूहे फंसते हैं और दुकानदार नुकसान से बच जाते हैं। बड़ी दुकानों में ही 5 से 7 बड़े चूहे फंस जाते हैं। शाम 7 बजे के बाद दुकाने बंद होने और अंधेरा होने पर चूहे अपने बिलों से बाहर निकलते हैं। रात में उनकी रोकथाम के लिए पिंजरे लगाकर दुकान बंद करते है। लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है।

लाखों का हो सकता है घाटा

शाही मार्केट में कंप्यूटर हार्डवेयर की दुकानों में चूहों से करीब 50 परसेंट से नुकसान होने का अनुमान है। अचानक हुए लॉकडाउन के कारण कई सामान पैक नहीं हो पाया। चूहों का पेशाब भी कंप्यूटर को खराब कर देता है। वहीं गर्मी में उमस के कारण भी कई लैपटॉप और अन्य सामान खराब हो गए होंगे। ऐसे में दुकानदारों को लाखों रूपए का घाटा झेलना पड़ेगा।

चूहे सबसे ज्यादा चमड़े पर करते अटैक

सिटी के गोलघर, घंटाघर आदि एरिया में 20 से अधिक चमड़े के सामानों की दुकानें हैं। यहां चमड़े की महंगी आइटम और फैंसी ड्रेस की दुकानें हैं। चूहों का सबसे ज्यादा अटैक इन्हीं सामानों पर होता है। ऐसे में चूहों की वजह से काफी नुकसान होने का अनुमान है।

कोट्स

प्रशासन के साथ मीटिंग हुई थी। सभी दुकानें समय पर खुल सकें जिससे कि दुकानों में रखे सामान को व्यवस्थित किया जा सके। व्यापारियों को नुकसान से बचाया जा सके।

संजय सिंघानिया, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ कॉमर्स

लॉकडाउन के बाद से ही दुकानें बंद हैं। सामानों को सुरक्षित रखने के लिए समय नहीं मिल पाया। अब दुकानों में रखा सामान खराब होने की आशंका बनी हुई है।

वैभव अग्रवाल

अचानक लॉकडाउन होने की वजह से दुकानों में सामान को ठीक से रखा नहीं जा सका। जैसे-तैसे दुकान बंद कर दिया। अब डर सता रहा है कि कहीं चूहों के आतंक से कपड़े और सामान नुकसान न हो जाएं।

अनुराग राय

कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के 40 दिन हो गए। अभी तक दुकान में रखा सामान किस स्थिति में है। उसे देखा तक नहीं है। अब चूहों का डर सता रहा है कि सामान न कुतर दें।

अविनाश कुमार मिश्रा

Posted By: Inextlive