-11 केवी लाइन बनाने को लेकर शहर एसई ने तीन बार 36 लाख के कार्य का निकाला था टेंडर

-कंप्लेन और टेक्निकल फाल्ट के चलते टेंडर किया गया कैंसिल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: शहर के तारामंडल एरिया में निर्माणाधीन चिडि़या घर की 11 केवी लाइन बनाने का कार्य अधर में नजर आ रहा है। जनवरी में शहर एसई ने तीन बार 36 लाख के कार्य का टेंडर निकाला गया, जो विवाद की भेंट चढ़ गया है। अब बिजली निगम ने टेंडर में टेक्निकल फाल्ट बताते हुए टेंडर कैंसिल कर दिया। अब नया इस्टीमेट बनाया जा रहा है। इसके बाद टेंडर निकला जाएगा।

दरअसल राजकीय उद्यान विभाग ने अगस्त-2019 में बिजली निगम को पत्र लिखकर चिडि़या घर के लिए अलग फीडर से बिजली देने की डिमांड की थी। सर्वे कर सर्किट हाउस उपकेंद्र से चिडि़या घर कैंपस तक करीब दो किमी लाइन बनाने के लिए पोल व तार के पैसा व उसे लगाने का खर्च 1.20 करोड़ रुपए का इस्टीमेट उद्यान विभाग को दिया। उद्यान विभाग ने यह पैसा बिजली निगम को सितंबर-19 में जारी कर दिया। एसई ने सितंबर के अंतिम सप्ताह में वर्क वैल्यू 36 लाख का टेंडर न। 88 निकाला। डेट बढ़ाने पर दो फर्मो ने टेंडर भरा। जबकि तीन फर्मो को टेंडर भरना था। इसलिए एसई ने टेंडर का कैंसिल कर दिया। दोबारा टेंडर नं। 105 निकाला। इसमें तीन फर्मो ने दावेदारी की। निविदा खोलने पर एक फर्म का आधा-अधूरा पेपर का कारण बताते हुए टेंडर कैंसिल कर दिया। चौथी बार टेंडर नं। 202 निकला। इसमें चार फर्मो आई। इसमें से एक फर्म का आधा-अधूरा दस्तावेज अपलोड किया। कुछ दिन पहले निविदा खुलने पर अफसरों ने सभी चारों को टैक्नीकल बीड में क्लालीफाई दिखा दिया। इसके बाद दो फर्मो ने अन्य फर्मो के निविदा फार्म व दस्तावेज की जांच की। इसमें से एक फर्म ने क श्रेणी का लाइसेंस अपलोड नहीं किया था। इसके साथ ही फर्म ने निविदा की शर्तो का उल्लंघन करते हुए कार्यपूर्ण करने की अवधि तीन महीने दिखाई थी। इसमें से एक ठेकेदार ने एसई को पत्र लिखकर अन्य ठेकेदारों के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। विवादों को देखते हुए और टेक्नीकल फाल्ट के चलते टेंडर को कैंसिल कर दिया हैं।

वर्जन

इसके बारे में मुझे पता नहीं हैं अगर पहले टेंडर कैंसिल हुआ होगा तो जानकारी की जाएगी।

एके सिंह, एसई शहर प्रभारी

Posted By: Inextlive