वीवीआईपी कल्चर को लेकर केंद्र की मोदी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से केंद्रीय मंत्री और अधिकारी लाल बत्ती नहीं लगा सकेंगे। 1 मई को मजदूर दिवस है इसलिए सरकार यह संदेश देना चाहती है कि उसके मंत्री वीवीआईपी कल्चर से दूर रहेंगे।


लाल बत्ती का कल्चर खत्मकैबिनेट के निर्णय के बाद केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने अपनी कार से तुरंत ही लाल बत्ती हटा ली है। इस बारें में जानकारी देते हुए केंद्रीय वित्त और रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि लाल बत्ती देने के नियम को खत्म किया गया है, अब देश में कोई लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि कुछ आपात सेवाओं के लिए नीली बत्ती का इस्तेमाल होगा। पुलिस, एंबुलेस और फायर ब्रिगेड को नियम से छूट दी गयी है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा स्पीकर और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर ये नियम लागू नहीं होता है।पीएम मोदी पेश कर चुके हैं उदाहरण
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वीवीआईपी कल्चर को दरकिनार कर सामान्य ट्रैफिक में लोककल्याण मार्ग से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट कर का सफर तय किया था। भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शुक्रवार (7 अप्रैल) को भारत पहुंची, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही उनकी अगुवानी करने पहुंच गये थे। पीएम मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के स्वागत के लिये प्रोटोकॉल के विपरीत आईजीआई हवाईअड्डा पर खुद पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ सिर्फ ड्राइवर और एक एसपीजी कमांडो ही साथ थे।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari