225 स्कूली बसों की जांच

17 में नहीं मिला जीपीएस

5 में सीसीटीवी नहीं था

3 में हर सीट पर नहीं मिली बेल्ट

175 स्कूली वैन की जांच

- वाहन संचालकों ने स्कूली वाहनों में लगवा लिए जीपीएस और कैमरे

- इन वाहनों पर नजर रखने के लिए नहीं बना कोई कंट्रोल रूम

LUCKNOW: सर, यह मेरे वाहन को ट्रैक करने के लिए यूनिक नंबर मिला है.किसे दूं सीसीटीवी तो लगवा लिया, इस पर नजर कहां से रखी जाएगी। इन सवालों का जवाब आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों के पास नहीं था। उनका कहना था कि हमारी जिम्मेदारी यह है कि वाहनों में सीसीटीवी और जीपीएस है या नहीं। जैसा आदेश आएगा, वैसा कदम उठाया जाएगा। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला संडे को कानपुर रोड के निकट स्थित फिटनेस ग्राउंड पर। यहां पर वाहनों की फिटनेस जांचने के लिए स्कूली वाहनों को बुलाया गया था। यहां पहुंचे अधिकांश स्कूली वाहनों में सीसीटीवी और जीपीएस लगे मिले।

सुरक्षा में अभी हैं छेद

मासूमों की सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग ने स्कूली वाहनों में सीसीटीवी और जीपीएस अनिवार्य किया है। स्कूली वाहनों में ये दोनों इक्यूपमेंट लगे हैं या नहीं, इसके लिए स्कूली वाहनों को फिटनेस ग्राउंड बुलाया गया था। फिटनेस ग्राउंड पहुंचे अधिकांश स्कूली वाहन मालिकों ने ये उपकरण तो लगवा लिए। फिटनेस ग्राउंड पर सिर्फ वाहनों में इन उपकरणों को देख कर छोड़ा जा रहा था। उपकरण संबंधित सही जानकारी ना मिलने पर वाहन मालिकों ने फिटनेस ग्राउंड पर हंगामा भी किया।

कुछ इस तरह की स्थिति

फिटनेस ग्राउंड पर चेकिंग कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि संडे को ग्राउंड में 225 बसों की जांच में 17 में जीपीएस, 5 में सीसीटीवी और 3 में हर सीट पर बेल्ट नहीं मिली। 175 वैन में अधिकांश में जीपीएस और हर सीट पर वेल्ट गायब मिली। ऐसे वाहन मालिकों को दो दिन का समय मानक पूरे करने के लिए दिया गया है।

जांच का काम पूरा हो जाएगा

आरआई सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि स्कूली वाहनों में सुरक्षा के उपकरणों की जांच कर रिपोर्ट 2 मार्च तक विभाग को देनी है। उससे पहले सभी वाहनों की जांच पूरी कर ली जाएगी।

कोट

सीसीटीवी और जीपीएस लगवाए जा रहे हैं। जल्द इनके लिए कंट्रोल रूम बनाकर इन पर नजर रखी जाएगी। मुख्यालय जल्द ही कंट्रोल रूम के लिए नियमावली तैयार कर हमारे लिए अगले निर्देश जारी करेगा।

सर्वेश चतुर्वेदी, आरआई

आरटीओ ऑफिस

Posted By: Inextlive