-कमिश्नर ने भू-माफिया के साथ मिलीभगत की पुष्टि पर की कार्रवाई

-अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार, कर्तव्यबोध भी कराया

मेरठ: भू-माफिया के साथ मिलीभगत और अवैध निर्माण को संरक्षण देना प्राधिकरण के अधिकारियों को महंगा पड़ गया। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने एमडीए के 4 अधिकारियों को एडवर्स एंट्री दी है तो वहीं 1 को सस्पेंड कर दिया है।

अवैध निर्माण को दिया संरक्षण

शुक्रवार कमिश्नर ने विभागीय कार्यो में घोर लापरवाही व अनियमितताओं के आरोप में एमडीए के जोन डी में तैनात अधिकारियों पर गाज गिरा दी। जोनल अधिकारी एपी सिंह, नोडल अधिकारी विवेक शर्मा, अवर अभियन्ता कुमदेश कुमार शर्मा, अवर अभियन्ता अमित तोमर को प्रतिकूल प्रविष्टि दी तो वहीं मुकेश सैनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

आदेशों की अवहेलना की

कमिश्नर ने बताया कि गढ़ रोड पर राम अवतार बंसल द्वारा स्थल संख्या-140, दुर्गा नगर, कैलाश पुरी में बिना स्वीकृत मानचित्र के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। शिकायत पर कमिश्नर ने 31 जनवरी को निरीक्षण किया और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जोन-डी के अधिकारियों को दिए। कमिश्नर के स्पष्ट आदेशों के बावजूद जानबूझकर 15 दिन बाद 15 फरवरी को अवैध निर्माण कर रहे बिल्डर को नोटिस दिया।

जांच में दोषी, निलंबित

निलंबित क्लर्क मुकेश सैनी के प्रकरण में अपर आयुक्त राधेश्याम मिश्रा की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई है। लिपिक द्वारा पल्लवपुरम योजना में एक भवन के विक्रय विलेख एक मृत व्यक्ति द्वारा निष्पादित मुख्तारनामे के आधार पर करा दिया गया, जो कि पूरी तरह से नियम विरुद्ध है।

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कमिश्नर के निर्देश पर प्राधिकरण के 2 अधिकारियों के खिलाफ एडवर्स एंट्री, 1 लिपित को निलंबित और 1 के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। आदेशों का अनुपालन करा दिया गया।

राजकुमार, सचिव, मेरठ विकास प्राधिकरण

Posted By: Inextlive