गुजरात में विधानसभा चुनावों की मतगणना चल रही है। यहां पर दो बड़ी पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्‍कर हो रही है। रूझानों में उतार-चढ़ाव तेजी से हो रहे हैं। वहीं इन सबके बीच गुजरात में पटेल का जादू नहीं चल पाया है। श‍िवसेना के इस गोल्डन कैंडीडेट की जमानत तक जब्‍त हो गई है। इसके अलावा आप पार्टी के उम्‍मीदवार भी अपनी जमानत नहीं बचा पाए हैं।


कांग्रेस और बीजेपी को टक्कर देने का दावा फेल गुजरात विधानसभा चुनाव में गुजरात में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने जमकर मेहनत की है। बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने गृह राज्य में अच्छे से प्रचार किया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कई महीने पहले ही प्रचार शुरू कर दिया था। वहीं यहां कुंजल पटेल भी छाए रहे। चुनाव प्रचार में वह कांग्रेस और बीजेपी को टक्कर देने का दावा करते थे,  लेकिन उनकी मेहनत रंग नही ला पाई। यहां पटेल अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए


चुनाव आयोग में भरी संपत्ति के मुताबिक कुंजल पटेल करीब 49 लाख रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। इसमें उनके पास 24 हजार कैश और 45 तोला सोना, दो कारे हैं। वहीं आज जब चुनाव परिणाम आए तो हर कोई हैरान है। जिस कुंजल पटेल के साथ बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ रहती थी। बावजूद वह गुजरात के मतदाताओं का दिल नहीं जीत पाए। गुजरात विधानसभा चुनाव में गोल्डन कैंडीडेट कुंजल पटेल अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए हैं।

आप पार्टी के प्रत्याशियों का रहा ये हाल


आप पार्टी ने महज 33 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। ऊंझा सीट से रमेशभाई पटेल 400 वोट का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। बापूनगर सीट से अनिल वर्मा को महज 1167 वोट मिले। गोंडल से निमिषाबेन धीरजलाल को 2179 वोट मिले। लाठी विधानसभा सी से एम.डी मांजरिया 797 वोट, छोटा उदेपुर में अर्जुनभाई वेरसिंगभाई राठवा को 4515 वोट, करजण में हनीफभाई इस्माइलभाई जमादार को 436 वोट मिले, पारडी सीट में डॉ. राजीव शंभुनाथ पांडे को 539 वोट, कामरेज सीट से रामभाई धडुक को 1454 वोट, गांधीनगर उत्तर से पटेल गुणवंतकुमार केशवलाल को 348 वोट, बोटाद से जीलुभाई मीठाभाई को 303 वोट मिले हैं। वहीं राजकोट पूर्व में अजीत घुसाभाई लोखील को 1868 वोट मिले और सूरत पूर्व में सलीम अकबरभाई मुलतानी को 265 वोट ही मिले हैं। आप पार्टी का कोई कैंडीडेट नहीं जीत सका।अंबानी परिवार के रिश्तेदार व सबसे अमीर उम्मीदवार का बेड़ा मतदाता नहीं लगा रहे पार

Posted By: Shweta Mishra