ग्‍वालियर का सविता कांड इन दिनों काफी सुर्खियों में है। सविता को जबरन लेस्‍बियन बनाया जा रहा था लेकिन उसने इस गलत काम को चुनने के बजाए मौत को गले लगाना बेहतर समझा। पढ़ें पूरी खबर और जानें कैसे शुर हुई ये लेस्‍बियन की कहानी....


लेस्बियन बनने का प्रेशर नहीं झेल सकी सवितासविता के मौत की कहानी उस मकान से शुरु होती है जहां उसे पनाह मिली, वहां बस यही कारोबार चलता था। लड़की ने मकान मालिक से लेस्बियन बनने से इनकार किया, तो उसके साथ मारपीट की गई। दो लोगों ने मिलकर उसे पीटा। यहां सबसे हैरत वाली बात यह है कि जिन दो लोगों ने इस लड़की को पीटा था, वह खुद महिलाएं हैं। लड़की के सुसाइड नोट के मुताबिक ये दोनों लेस्बियन हैं। इनमें से एक आदमियों की तरह रहती है तो दूसरी औरतों की तरह।रिश्तेदार हैं आरोपी
यह सनसनीखेज मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सामने आया है। दोनों आरोपी महिलाएं ननद-भाभी हैं। पुलिस ने मुंबई से आई सविता राणे के सुसाइट नोट के आधार पर ननद शुभा और भाभी सीमा श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों सविता की मौत के बाद से गायब थीं। पकड़े जाने के बाद दोनों का कहना है कि वे कुंभ का स्नान करने उज्जैन गई थीं। हालांकि दोनों इस बात का जवाब नहीं दे पा रही कि घर में किसी की मौत होने के बाद कुंभ स्नान करने कौन जाता है।बनाती थी काफी दबाव


पब्लिक स्कूल में मैनेजर सविता के सुसाइड नोट के मुताबिक शुभा हमेशा शर्ट-पैंट पहनकर लड़कों जैसे ही रहती थी। और वह उस पर लेस्बियन बनने का लगातार दबाव बना रही थी जिससे तंग आकर वह सुसाइड कर रही है। शुभा की मदद उसकी भाभी सीमा ने की और सविता के साथ जमकर मारपीट की। अब इन दोनों को पुलिस ने बीते शुक्रवार को घोसीपुरा इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि सविता के सुसाइड से पहले मारपीट का मामला पुलिस तक पहुंच चुका था। लेकिन उस समय समझौता करा दिया गया था। सविता वापस मुंबई लौटने वाली थी। वह किराए का डरावना घर और यादें छोड़कर निकल भी गई थी। लेकिन, 17 अप्रैल को स्टेशन के पास एंबियांस होटल में जाकर उसने सुसाइड कर ली और इसका जिम्मेदार शुभा और उसकी भाभी सीमा को ठहराया। सुसाइट नोट के मुताबिक कोई और इन महिलाओं के चंगुल में न फंसे, इसलिए सविता ने यह कदम उठाया।inextlive from India News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari